पटना में दुकानदार की गोली मारकर हत्या, मौके पर मौत, अपराधी फरार
पटना। बिहार की राजधानी पटना एक बार फिर अपराध की भयावह घटना का गवाह बनी है। ताजा मामला पटना सिटी के फतुहा इलाके का है, जहां गुरुवार की सुबह अब्दुल्लाहपुर गांव में एक दुकानदार, राजकिशोर सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस घटना ने न केवल इलाके में सनसनी फैलाई, बल्कि राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। राजकिशोर सिंह, जो अब्दुल्लाहपुर गांव में एक दुकान चलाते थे, रोज की तरह गुरुवार सुबह अपनी दुकान खोलकर उसकी सफाई कर रहे थे। उसी समय कुछ हथियारबंद अपराधी वहां पहुंचे और उनकी पीठ पर गोली मार दी। गोली इतनी ताकतवर थी कि यह उनकी पीठ को भेदते हुए दुकान के रैक में जा घुसी। गोली लगने के तुरंत बाद ही राजकिशोर सिंह की मौत हो गई। स्थानीय लोगों ने तुरंत इस वारदात की सूचना मृतक के परिजनों और पुलिस को दी। घटना के बाद परिवार में कोहराम मच गया। परिजन रोते-बिलखते घटनास्थल पर पहुंचे, जबकि पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले की जांच शुरू कर दी है। सुबह-सुबह हुई इस नृशंस हत्या ने अब्दुल्लाहपुर गांव और आसपास के इलाके को दहला दिया है। लोग सहमे हुए हैं और क्षेत्र में भय का माहौल है। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि अपराधी बेखौफ होकर अपनी गतिविधियां अंजाम दे रहे हैं और कानून का डर अब अपराधियों में नहीं रह गया है। फतुहा थाना पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की जांच शुरू कर दी है। हालांकि, पुलिस इस घटना के बारे में फिलहाल कुछ भी स्पष्ट रूप से बोलने से बच रही है। हत्या के पीछे क्या मकसद था और अपराधी कौन थे, इन सवालों का जवाब पुलिस जांच और अपराधियों की गिरफ्तारी के बाद ही मिल सकेगा। इस घटना से राजकिशोर सिंह के परिजनों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। घटना स्थल पर उनकी चीख-पुकार और दर्दनाक स्थिति देखकर वहां मौजूद हर व्यक्ति भावुक हो गया। परिजनों का कहना है कि राजकिशोर सिंह एक साधारण दुकानदार थे और किसी भी आपराधिक गतिविधि में उनका कोई संबंध नहीं था। ऐसे में उनकी हत्या के पीछे के कारणों को लेकर परिवार और स्थानीय लोग भी हैरान हैं।पटना और बिहार के अन्य इलाकों में हाल के दिनों में अपराध की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। इस तरह की घटनाएं न केवल आम लोगों की सुरक्षा को खतरे में डाल रही हैं, बल्कि सरकार और प्रशासन के कामकाज पर भी सवाल खड़े कर रही हैं। बिहार में बढ़ते अपराध से लोगों में यह धारणा बन रही है कि कानून का शासन कमजोर हो गया है और अपराधी बेखौफ होकर अपनी मंशा को अंजाम दे रहे हैं। पुलिस प्रशासन के सामने इस घटना की गुत्थी सुलझाना और अपराधियों को पकड़कर कड़ी सजा दिलाना एक बड़ी चुनौती है। इस घटना ने एक बार फिर यह उजागर कर दिया है कि बिहार में कानून-व्यवस्था को लेकर और अधिक गंभीरता से काम करने की जरूरत है। सरकार और पुलिस को न केवल अपराधियों को पकड़ने की जिम्मेदारी उठानी होगी, बल्कि यह सुनिश्चित करना होगा कि ऐसे मामलों की पुनरावृत्ति न हो। इसके लिए ठोस कदम उठाने, सख्त कानून लागू करने, और स्थानीय पुलिस तंत्र को मजबूत करने की आवश्यकता है।राजकिशोर सिंह की हत्या जैसी घटनाएं समाज और राज्य के लिए एक बड़ा खतरा हैं। यह घटना सिर्फ एक दुकानदार की हत्या नहीं है, बल्कि यह पूरे समाज और प्रशासन के लिए एक चेतावनी है। अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि पुलिस इस मामले को कितनी जल्दी सुलझा पाती है और अपराधियों को सजा दिलाने में सफल होती है। इससे न केवल पीड़ित परिवार को न्याय मिलेगा, बल्कि समाज में अपराधियों के खिलाफ एक कड़ा संदेश भी जाएगा।