अररिया : मोबाइल को लेकर हुए विवाद में दुकानदार की हत्या, ग्रामीणों व परिजनों ने किया हंगामा
अररिया। हड़िया वार्ड संख्या पांच में मोबाइल के मामूली विवाद में एक दुकानदार की हत्या की गई। इसके बाद ग्रामीण इकट्ठा हो गए और हंगामा करने लगे। पुुलिस ने लोगों को समझाते हुए किसी तरह मामला शांत कराया।
बताया जा रहा है कि हड़िया पंचायत के वार्ड संख्या पांच में मंगलवार की रात दुकान में सोए किराना दुकानदार की पड़ोस के ही रहनेवाले मो. रब्बानी ने अन्य लोगों के साथ मिलकर हत्या कर दी। मृतक वीरेन्द्र यादव (30 वर्ष) अपने घर के आगे ही किराना का दुकान चलाता था और रात में दुकान में ही सोया था। बदमाशों ने चाकू से गोद कर उसकी हत्या कर दी।
घटना की सूचना पर बुधवार की सुबह एसडीपीओ पुष्कर कुमार, अररिया आरएस ओपी अध्यक्ष मनीष कुमार, एसआई दिनेश यादव पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अररिया सदर अस्पताल भेजा। इधर घटना की जानकारी मिलते ही हड़िया चौक पर लोगों की भीड़ जमा हो गई और परिजन समेत स्थानीय लोग प्रदर्शन करने लगे।
मौके पर पहुंची पुलिस को परिजन शव लेने नहीं दे रहे थे और घटना की जांच के लिए पूर्णिया से स्क्वायड डॉग मंगाने की जिद कर रहे थे, लेकिन एसडीपीओ के समझाने बुझाने के बाद परिजन और स्थानीय लोग शांत हुए।
घटना को लेकर हड़िया पंचायत के सरपंच प्रतिनिधि मो अफरोज आलम ने बताया कि उन्हें सुबह किराना दुकानदार वीरेन्द्र यादव की हत्या दुकान के अंदर में ही किये जाने की जानकारी मिली। इसके बाद वे मुखिया प्रतिनिधि व अन्य ग्रामीणों के साथ उनके घर पर पहुंचे। घटना की सूचना आरएस थाना पुलिस के साथ एसडीपीओ को दी। मौके पर पहुंचे एसडीपीओ पुष्कर कुमार और आरएस थाना पुलिस ने घटना की बारीकी से जांच करते हुए कई साक्ष्य जुटाने की बात कही।
एसडीपीओ ने कहा कि प्रथमदृष्टया आपसी रंजिश की वजह से वीरेन्द्र की हत्या की गई है। एसडीपीओ ने कहा कि परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार वीरेंद्र यादव का तीन दिन पूर्व पड़ोस के ही रब्बानी से मोबाइल को लेकर विवाद हुआ था। रब्बानी ने उन्हें जान मारने की धमकी दी थी।
उन्होंने कहा कि किराना दुकानदार वीरेंद्र यादव का मोबाइल गायब हो गया था। उसने मोबाइल चोरी करने का शक रब्बानी पर जताया था। इसी बात को लेकर दोनों के बीच विवाद हुआ था। यही नहीं इससे पहले वीरेंद्र की जमीन पर रब्बानी ने चापाकल गाड़ दिया था। इसको लेकर भी दोनों के बीच विवाद था। एसडीपीओ पुष्कर कुमार ने कहा कि मृतक बिरेन्द्र का भतीजा मिथिलेश कुमार जो रब्बानी से मिला हुआ है और दोनों का अक्सर वीरेंद्र से झगड़ा-झंझट हुआ करता था।
उन्होंने कहा कि प्रथम दृष्टया यह मामला आपसी रंजिश का है। रब्बानी आपराधिक गतिविधि में शामिल रहा करता है।पेशे से टेंपो चालक रब्बानी लॉकडाउन पीरियड में रात को टेंपो चलाता था और अपराधिक घटनाओं को अंजाम देता था। उन्होंने कहा कि घटना के बाद से ही रब्बानी फरार है। पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए संदिग्ध ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। जल्दी रब्बानी को गिरफ्तार कर हत्याकांड का खुलासा किया जाएगा।
मृतक वीरेन्द्र यादव पिता श्रीलाल यादव की शादी महज तीन माह पूर्व ही हुवी थी। बीरेन्द्र यादव हड़िया चौक से पश्चिम यादव टोला स्थित मकान में ही बनी दुकान में किराने की दुकान चलाता था। तीन माह पहले ही उनकी शादी हुई थी। उनकी पत्नी के हाथों की मेहंदी मलीन भी नहीं हुई कि दुश्मनों ने मंगलवार देर रात उनके सुहाग को उजाड़ दिया।