समस्तीपुर में शादी का झांसा देकर युवती से यौन शोषण, दिल्ली ले जाकर किया दुष्कर्म, मामला दर्ज

समस्तीपुर। समस्तीपुर में एक नाबालिग युवती के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया है। यह घटना न केवल अपराध की गंभीरता को दर्शाती है, बल्कि समाज में महिलाओं के प्रति बढ़ती हिंसा और शोषण की प्रवृत्ति को भी उजागर करती है। पीड़िता ने मथुरापुर थाने में आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें उसके पड़ोसी राजा कुमार पंडित को मुख्य आरोपी बताया गया है। आरोपी राजा कुमार पंडित लंबे समय से पीड़िता को शादी का झांसा देकर उसके साथ शारीरिक संबंध बना रहा था। वह रात के अंधेरे में छत के रास्ते पीड़िता के घर में घुस जाता था। इस तरह की घटनाएं दिखाती हैं कि कैसे अपराधी पीड़िता के विश्वास का फायदा उठाते हैं और उन्हें शोषण का शिकार बनाते हैं।
दिल्ली ले जाकर किया दुष्कर्म
5 अप्रैल को जब पीड़िता अपनी नानी के घर कल्याणपुर में थी, तब आरोपी ने उसे मगरदही घाट चौक पर बुलाया। वहां से उसे दिल्ली ले जाया गया, जो समस्तीपुर से लगभग 1139 किलोमीटर दूर है। दिल्ली में एक होटल में आरोपी ने पीड़िता के साथ दुष्कर्म किया। अगले दिन, जब पीड़िता के पिता ने फोन किया, तो आरोपी उसे वापस समस्तीपुर ले आया। यह घटना बताती है कि कैसे अपराधी पीड़िता को दूसरे शहर ले जाकर उस पर अत्याचार करते हैं, ताकि उसे मदद मांगने का मौका न मिले। 7 अप्रैल को आरोपी ने पीड़िता और उसकी नानी को नक्कू स्थान, समस्तीपुर के पास ले जाकर सादे कागज पर जबरदस्ती हस्ताक्षर करवाए। जब पीड़िता और उसकी नानी ने विरोध किया, तो आरोपी ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी। इससे साफ पता चलता है कि आरोपी न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक रूप से भी पीड़िता को प्रताड़ित कर रहा था।
कई आरोपियों के खिलाफ मामला
इस मामले में राजा कुमार पंडित के अलावा राम दर्शन पंडित, विकास कुमार पंडित, संतोष कुमार पंडित और अशोक पंडित को भी नामजद किया गया है। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार करने की बात कही है। थानाध्यक्ष मुकेश कुमार ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए तेजी से कार्रवाई की जा रही है। यह घटना समाज में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े करती है। ऐसे मामलों में न केवल कानूनी कार्रवाई जरूरी है, बल्कि समाज को भी जागरूक होना चाहिए। पीड़िताओं को न्याय दिलाने के लिए त्वरित और प्रभावी कदम उठाए जाने चाहिए। साथ ही, महिलाओं को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक करने और उन्हें सशक्त बनाने की आवश्यकता है, ताकि वे ऐसे अपराधों का विरोध कर सकें।
