बेतिया में 47 कार्टन विदेशी शराब को पुलिस ने किया जब्त, दो तस्कर गिरफ्तार

बेतिया। पश्चिम चंपारण जिले के बेतिया में पुलिस ने शराब तस्करी के खिलाफ बड़ी सफलता हासिल की है। नौतन थाना क्षेत्र में हुई इस कार्रवाई में 47 कार्टन विदेशी शराब बरामद की गई है। इसके साथ ही दो शराब तस्करों को गिरफ्तार भी किया गया है। यह घटना बिहार में पूर्ण शराबबंदी के बावजूद जारी तस्करी गतिविधियों का एक और उदाहरण है।
गुप्त सूचना पर कार्रवाई
नौतन पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि दियारा क्षेत्र से एक पिकअप वाहन के जरिए भारी मात्रा में शराब की खेप बेतिया लाई जा रही है। इस सूचना के आधार पर पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए इलाके में छापेमारी की योजना बनाई। छापेमारी के दौरान पुलिस ने एक संदिग्ध पिकअप वाहन को रोका और उसकी तलाशी ली। वाहन से 08 पीएम गोल्ड, रॉयल स्टेग और ऑफिसर चॉइस ब्रांड की 47 कार्टन विदेशी शराब बरामद हुई।
तस्करों की गिरफ्तारी
पुलिस ने मौके पर ही दो तस्करों को गिरफ्तार किया। उनकी पहचान बरवत परसाईन निवासी मुन्ना कुमार और अवधेश कुमार के रूप में हुई है। दोनों आरोपियों से पूछताछ की जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि शराब की यह खेप कहां से लाई गई थी और इसका अंतिम गंतव्य क्या था।
पुलिस की जांच और आगे की कार्रवाई
नौतन थानाध्यक्ष राजेश कुमार ने बताया कि इस मामले में विस्तृत जांच चल रही है। पुलिस यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि इस तस्करी नेटवर्क में और कौन-कौन शामिल हैं। इसके अलावा, शराब की खेप के स्रोत और इसे बिहार में लाने के तरीके का भी पता लगाया जा रहा है।
शराबबंदी और तस्करी की चुनौतियां
बिहार में 2016 से लागू पूर्ण शराबबंदी कानून के बावजूद शराब तस्करी की घटनाएं लगातार सामने आती रहती हैं। यह घटना न केवल शराबबंदी कानून की धज्जियां उड़ाने का मामला है, बल्कि तस्करों के बढ़ते दुस्साहस को भी उजागर करती है।
स्थानीय प्रशासन की सक्रियता
इस घटना में पुलिस की सक्रियता और तत्परता की सराहना की जा रही है। गुप्त सूचना के आधार पर की गई कार्रवाई से यह स्पष्ट है कि प्रशासन अवैध शराब तस्करी पर रोक लगाने के लिए प्रतिबद्ध है। हालांकि, इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए व्यापक रणनीति और सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है। बेतिया में हुई यह कार्रवाई शराब तस्करी पर अंकुश लगाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। हालांकि, यह घटना इस बात की ओर भी इशारा करती है कि तस्करी नेटवर्क अब भी सक्रिय हैं और शराबबंदी कानून के बावजूद बड़ी मात्रा में शराब की खेप राज्य में पहुंच रही है। पुलिस और प्रशासन को इस समस्या के मूल तक पहुंचने और इसे जड़ से समाप्त करने के लिए और अधिक सख्ती बरतने की आवश्यकता है। वहीं, गिरफ्तार तस्करों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि ऐसे अपराधियों को कड़ा संदेश मिल सके।

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