पालीगंज में विश्व का दूसरा सबसे बड़ा मेला की तैयारी पूरी, उद्घाटन कल
पटना। पालीगंज के प्रखंड क्षेत्र के समदा गांव स्थित विश्व के दूसरा सबसे बड़ा छोटन ओझा मवेशी सह फर्नीचर मेला की तैयारी पूर्ण हो चुकी है। जिसका उद्घाटन मकर संक्रांति के दिन रविवार को की जाएगी। वही उद्घाटन के पूर्व से ही मेले में व्यवसायी व खरीददार जुटने लगे है। जानकारी के अनुसार पटना जिले के पालीगंज प्रखंड क्षेत्र से गुजरनेवाली पुनपुन नदी के तट पर स्थित समदा गांव में विश्व में सोनपुर के बाद दूसरा सबसे बड़ा छोटन ओझा मवेशी सह फर्नीचर मेला का आयोजन सैकड़ो वर्ष पूर्व से होते आ रहा है। इस मेले का आयोजन मकर संक्रांति के अवसर पर की जाती है। जो लगभग एक महीने तक चलती है। जहां फर्नीचर व पशुओं के अलावे कई आवश्यक सामग्रियों की खरीद बिक्री होती है। पूर्व में इस मेले की पहचान बिभिन्न प्रकार के पशु जैसे गाय, भैस, बैल, घोड़े व हथिया हुआ करती थी। वही आज बैल, घोड़े व हथिया जैसे श्रमिक पशुओं का स्थान विभिन्न तकनीकों से बनी मशीनों ने ले लिया है। जिसके कारण पशुओं की संख्या में कमी आई है। लेकिन दुधारू पशुओं का स्थान आज भी बनी हुई है। साथ ही फर्नीचर की बढ़ती मांग को देखते हुए मेला में फर्नीचर खरीददारों की संख्या में काफी बृद्धि हुई है। आधुनिकीकरन की युग मे नए नए मॉडल के फर्नीचर मेले की शोभा बढ़ाने लगी है। ग्रामीणों के अनुसार इस मेले का सम्बंध जमींदारी काल से रही है। यहां आज भी देश के कई राज्यो से ब्यवसाई व खरीददार जुटते है। खास तौर पर आसपास के ग्रामीण इस मेले का बेसब्री से इन्तजार करते है। क्योंकि अधिकांस गरीब से लेकर अमीर लोग शादी विवाह के अवसर पर दान दहेज देने के लिए फर्नीचर का खरीद बिक्री करते है। इस सम्बंध में व्यवसाई विजय कुमार ने बताया कि मेरे यहां शीशम, सागवान से लेकर विभिन्न प्रकार के लकड़ियों व पार्टिकल बोर्ड की 10 हजार से लेकर 35 हजार तक कि पलंग, सोफा 10 हजार से 24 हजार तक, ड्रेसिंग 2500 से 4 हजार तक, गोदरेज 10 हजार से 15 हजार रुपये तक की मौजूद है।
वही व्यवसाई राजबलम पंडित ने बताया कि मेले में मेला प्रबन्धक की ओर से पेयजल, लाइटिंग व शुरक्षा से लेकर अन्य आवश्यक ब्यवस्था समुचित रूप से किया गया है। वही उद्घाटन के पूर्व से ही मेले में खरीददार जुटने लगे है। जिन्हें दुकानदार फर्नीचरों का मूल्य बतलाने में व्यस्त है। वही इस मेले की तैयारी के सम्बंध में मेला मालिक विश्वरंजन ओझा ने बताया कि पूर्व की अपेक्षा इस वर्ष ब्यवसाइयो व ग्राहकों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए सभी प्रकार की समुचित ब्यवस्था की गई है। मेले का उद्घाटन पूर्ववत मकर संक्रांति के अवसर पर रविवार को किया जाएगा। यहां शुरक्षा, लाइटिंग व पेयजल के साथ साथ चिकित्सीय ब्यवस्था भी की गई है। मेले का सम्बंध पूर्व से ही कृषकों के साथ रही है जिसे ध्यान में रखते हुए कृषि उत्पादों, कृषि संयंत्रों सहित अन्य प्रकार की जानकारी देने हेतु कृषि शिविर भी लगाई जाएगी। इसके अलावा स्वास्थ्य शिविर का भी आयोजन मेला अवधि में किया जाएगा।