पटना जंक्शन पर अतिक्रमण हटाने गए निगम के कर्मचारियों से धक्का-मुक्की, दो दुकानदार घायल, मचा बवाल
पटना। लोकसभा चुनाव की आचार संहिता खत्म होने के बाद राजधानी में एक बार फिर अतिक्रमण हटाने का काम तेजी से शुरू हो गया है। इसी कड़ी में शुक्रवार को पटना जंक्शन गोलंबर पर अतिक्रमण हटाने के दौरान भारी हंगामा हुआ। नगर निगम की कार्रवाई से नाराज दुकानदार सड़क पर उतर आए और विरोध प्रदर्शन करने लगे। उन्होंने सड़क को जाम कर दिया, जिससे यातायात बाधित हो गया। गोलंबर के पास मौजूद ट्रैफिक चेकपोस्ट के कर्मियों और दुकानदारों के बीच झड़प हो गई। धक्का-मुक्की की घटनाएं भी सामने आईं। दुकानदारों का आरोप है कि नगर निगम के कर्मचारियों ने बिना पूर्व सूचना के उनके सामान और ठेलों को बीच सड़क पर फेंक दिया, जिससे नाराजगी और बढ़ गई। सूचना मिलते ही कोतवाली थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास किया। दुकानदारों ने बताया कि आमतौर पर अतिक्रमण हटाने से पहले उन्हें सूचित किया जाता था, जिससे वे अपना सामान हटा लेते थे। लेकिन इस बार बिना किसी पूर्व सूचना के कार्रवाई की गई, जिससे उनका सामान क्षतिग्रस्त हो गया और उन्हें नुकसान उठाना पड़ा। कोतवाली थानेदार राजन कुमार ने बताया कि दुकानदारों को समझा-बुझाकर मामला शांत करा दिया गया है और सड़क को खाली करा दिया गया है। फिलहाल, यातायात सामान्य हो गया है। घटना के दौरान दो दुकानदार घायल हो गए। एक दुकानदार को सिर में और दूसरे को चेहरे पर लाठी से चोट लगी है। दोनों घायलों को इलाज के लिए गार्डिनर अस्पताल ले जाया गया है। घायलों में एक का नाम सांची और दूसरे का राशिद बताया जा रहा है। दुकानदार दीपक ने बताया कि निगम कर्मचारियों ने बिना चेतावनी के उनके सामान को फेंक दिया, जिससे नाराजगी बढ़ गई और तनाव का माहौल बन गया। इस घटना ने नगर निगम और दुकानदारों के बीच तनाव को उजागर कर दिया है। अतिक्रमण हटाने की इस कार्रवाई से यह स्पष्ट होता है कि प्रशासन और व्यापारियों के बीच संवाद की कमी है, जिससे ऐसी घटनाएं सामने आ रही हैं। भविष्य में इस तरह की घटनाओं को टालने के लिए प्रशासन को उचित संवाद और पूर्व सूचना देने की व्यवस्था करनी चाहिए, ताकि अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शांतिपूर्ण ढंग से की जा सके।