जेपी यूनिवर्सिटी में एग्जाम का शेड्यूल जारी: 10 जनवरी से स्नातक की आंतरिक परीक्षा, कॉलेज में आयोजन
- विश्वविद्यालय प्रशासन की तैयारी पूरी…सेशन लेट से छात्र परेशान…अब तक रिजल्ट अपडेट नहीं
छपरा। जय प्रकाश विश्वविद्यालय में स्नातक सत्र 2023-27 के सेकंड सेमेस्टर में आयोजित होने वाले आंतरिक और मौखिक परीक्षा का नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है। विश्वविद्यालय परीक्षा विभाग द्वारा नोटिफिकेशन जारी करते हुए सभी संबंधित कॉलेज को सूचना भेज दिया गया है। इसके लिए 10 जनवरी और 11 जनवरी को आंतरिक तथा मौखिक परीक्षा का तारीख जारी किया गया है। 10 और 11 जनवरी को परीक्षा आयोजित करने के बाद 12 जनवरी को कॉलेज द्वारा अंक पत्र विश्वविद्यालय में जमा कर देना है। जेपी यूनिवर्सिटी में स्नातक सीबीसीएस सिलेबस द्वारा चार वर्षीय पाठ्यक्रम की पढ़ाई हो रही है। जिससे छात्रों को आठ सेमेस्टर का एग्जाम देना है। परीक्षा नियंत्रक डॉ अशोक कुमार मिश्रा ने बताया कि विश्वविद्यालय के अंतर्गत छपरा, सीवान व गोपालगंज के सभी अंगीभूत व संबद्ध महाविद्यालयों में 10 जनवरी तक आंतरिक और मौखिक परीक्षा पूरी – कर लेनी है। 12 जनवरी तक सभी कॉलेजों को विश्वविद्यालय परीक्षा विभाग में मौखिक व आंतरिक परीक्षा का अंक पत्र भी सबमिट कर देना है। आंतरिक व मौखिक परीक्षाओं का आयोजन समाप्त होने के उपरांत सैद्धांतिक विषयों के परीक्षा का शेड्यूल जारी किया जायेगा। इस चार वर्षीय पाठ्यक्रम के अंतर्गत कुल आठ सेमेस्टर होने हैं। जिसमें अब तक सिर्फ फर्स्ट सेमेस्टर की परीक्षा हुई है। जबकि निर्धारित परीक्षा कैलेंडर के अनुसार इस वर्ष मई-जून के बीच ही सेकंड सेमेस्टर की परीक्षाएं पूरी हो जानी चाहिए थी। जिसके बाद छपरा स्थित जयप्रकाश नारायण विश्वविद्यालय (जेपी यूनिवर्सिटी) में सत्र देरी से चलने के कारण छात्रों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। समय पर परीक्षा न होने और परिणाम जारी करने में देरी से छात्रों का भविष्य प्रभावित हो रहा है। कई छात्रों ने शिकायत की है कि सत्र नियमित न होने के कारण उन्हें उच्च शिक्षा और नौकरी के अवसरों में कठिनाई हो रही है। छात्रों का कहना है कि यह समस्या लंबे समय से चली आ रही है, लेकिन अब तक इसका समाधान नहीं हुआ है। विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से समय पर सत्र पूरा करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। छात्रों ने प्रशासन से सत्र को नियमित करने की मांग की है ताकि उनका शैक्षणिक करियर प्रभावित न हो। विश्वविद्यालय में सत्र की देरी ने शिक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं और इसे लेकर छात्रों में नाराजगी बढ़ रही है। करीब छह माह की देरी के बाद अब सेकेंड सेमेस्टर के मौखिक तथा आंतरिक परीक्षाओं के आयोजन के संदर्भ में दिशा निर्देश जारी किया गया है।