छपरा गोलीकांड पर विवादित बयान देने पर भोजपुरी सिंगर संतोष रेनू यादव गिरफ्तार, शिकायत के बाद पटना पुलिस ने दबोचा
पटना। छपरा गोलीकांड पर विवादित बयान देने के मामले में भोजपुरी गायक संतोष रेणु को छपरा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। संतोष रेणु यादव, जो आरजेडी से जुड़े हुए हैं, को पुलिस ने पटना के सिपारा 70 फीट स्थित उनके घर से हिरासत में लिया। संतोष ने सोशल मीडिया पर छपरा गोलीकांड को लेकर बयान दिया था, जिसके बाद से वह पुलिस की नजर में थे। पुलिस संतोष को गिरफ्तार कर छपरा ले गई है। संतोष रेणु यादव ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर सारण से वर्तमान सांसद और बीजेपी प्रत्याशी राजीव प्रताप रूडी के खिलाफ अपशब्द कहे थे। इसके अलावा उन्होंने रूडी को मुंह तोड़ने की धमकी भी दी थी। छपरा गोलीकांड के बारे में बोलते हुए संतोष ने कहा था कि संविधान बचाने के लिए जितनी भी शहादत देनी होगी, वह और उनके समाज के लोग देने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि वे सीना टाइट करके खड़े हैं। राजीव प्रताप रूडी ने संतोष रेणु यादव पर जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया था। इस आरोप के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए संतोष को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने पटना पुलिस की मदद से संतोष को उनके घर से पकड़ा और तुरंत छपरा ले गई। छपरा गोलीकांड ने पहले ही बिहार की राजनीति में काफी हलचल मचा दी थी। इस मामले में संतोष रेणु के बयान ने आग में घी डालने का काम किया। उनके बयान के बाद राजनीतिक गलियारों में भी काफी चर्चा हो रही थी। संतोष रेणु ने अपने बयान में कहा था कि संविधान और समाज की रक्षा के लिए वे किसी भी हद तक जा सकते हैं। उनके इस बयान से समाज में अशांति फैलने की संभावना बढ़ गई थी, जिसके चलते पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की। संतोष रेणु यादव भोजपुरी गायक हैं और उनके गानों की काफी लोकप्रियता है। उन्होंने कई हिट गाने दिए हैं और उनकी बड़ी फैन फॉलोइंग है। लेकिन, हाल के विवादित बयान के चलते वे कानूनी पचड़े में फंस गए हैं। आरजेडी से जुड़े होने के कारण उनके बयान का राजनीतिक असर भी हुआ है और इसने चुनावी माहौल को भी गर्मा दिया है। इस घटना के बाद पुलिस ने संतोष के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का संकेत दिया है। पुलिस का कहना है कि वे कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए किसी भी तरह की उग्रता या हिंसा भड़काने वाले बयानों को बर्दाश्त नहीं करेंगे। संतोष की गिरफ्तारी के बाद उनके समर्थकों और विरोधियों में भी काफी प्रतिक्रिया देखने को मिली है। यह मामला यह भी दिखाता है कि सोशल मीडिया पर दिए गए बयानों का कितना गंभीर प्रभाव हो सकता है। संतोष रेणु के इस बयान से जहां एक तरफ उन्हें कानूनी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है, वहीं दूसरी ओर इसने उनके करियर और सार्वजनिक छवि पर भी नकारात्मक असर डाला है। राजनीतिक दलों ने भी इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। आरजेडी ने संतोष रेणु की गिरफ्तारी को राजनीति से प्रेरित बताया है, जबकि बीजेपी ने इसे कानून व्यवस्था के प्रति सही कदम करार दिया है। अब देखना होगा कि अदालत में इस मामले की सुनवाई के दौरान क्या निष्कर्ष निकलता है और संतोष रेणु यादव को इस कानूनी पचड़े से कैसे बाहर निकलते हैं।