बालू माफियाओं के खिलाफत करने वाले पत्रकार की जान पर खतरा,अंडरवर्ल्ड में सुपारी देने की चर्चा

पटना।बालू माफियाओं के खिलाफ लगातार खबरें लिखकर प्रशासन को कार्रवाई के लिए मजबूर कर देने वाले एक पत्रकार की जान को बालू माफियाओं से खतरा है। उत्तर प्रदेश से प्रकाशित एक राष्ट्रीय दैनिक के पटना के अपराध संवाददाता,जो 2016 से लगातार राजधानी पटना में बालू माफियाओं के खिलाफ प्रमुखता से खबरें लिख रहे हैं,उनके खिलाफ हाल के दिनों में बालू माफियाओं की सक्रियता बढ़ी है।जानकारी के मुताबिक इन दिनों उक्त पत्रकार से नाराज चल रहे सोन नदी के बालू घाटों में अवैध बालू कारोबार करने वाले एक माफिया ने पत्रकार को जान से करने के लिए सुनियोजित साजिश रची है।अंडरवर्ल्ड में चल रही चर्चाओं के मुताबिक उक्त बालू माफिया ने पत्रकार को ‘साफ’ करने के लिए किसी शूटर को सुपारी भी दे रखा है। ज्ञातव्य हो की पूर्व में उक्त पत्रकार को बालू माफियाओं से जान को खतरे के मद्देनजर सुरक्षा भी बिहार पुलिस की तरफ से मुहैया कराया गया था।इन दिनों फिर जब से जान पर खतरे की बात सामने आने लगी है।उक्त पत्रकार ने बिहार पुलिस के आला अधिकारियों को आवेदन देकर जान-माल की सुरक्षा के लिए सुरक्षाकर्मी मुहैया कराने की गुहार लगाई है।भारतीय प्रेस परिषद ने भी उक्त पत्रकार के सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए आलाधिकारियों को पत्र जारी किया है।लेकिन इसके बावजूद अभी तक उक्त पत्रकार की सुरक्षा को लेकर पुलिस पूरी तरह से लापरवाह है।इधर अवैध बालू कारोबार को लेकर लगातार एक्सक्लूसिव स्टोरी किए जाने के कारण उक्त पत्रकार के खिलाफ बालू माफियाओं ने बेहद खतरनाक साजिश रच डाली है।मिली जानकारी के मुताबिक बिहटा से लेकर पालीगंज तक सोन नदी के घाटों पर अवैध बालू कारोबार का काला साम्राज्य स्थापित करने वाले बालू माफियाओं ने इस दफा अपने खिलाफत करने वाले इस पत्रकार को ठिकाने लगाने का मन बना लिया है।ऐसे में प्रशासन के लिए उक्त पत्रकार की जान- माल की सुरक्षा करना एक चुनौती पूर्ण कार्य साबित होगा।
