February 8, 2025

PATNA : बाढ़ ने फतुहा-इस्लामपुर रेलवे ट्रैक की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ायी, आवागमन पर लगाया प्रतिबंध, राहत कार्य को ले महिलाओं का प्रदर्शन

फतुहा। बाढ़ की विभीषिका को देख फतुहा-इस्लामपुर रेलवे ट्रैक की सुरक्षा को लेकर रेलवे ने भी अपनी चिंता बढ़ा दी है। बाढ़ के बढ़ते पानी को देख रेलवे ने इस रेलखंड पर अपनी निगरानी बढ़ा दी है। फतुहा-इस्लामपुर रेलखंड में जहां निचला हिस्सा है, वहां के फाटकों पर वाहनों के आवागमन पर रोक लगा दी है ताकि वाहनों के आवागमन से रेलवे ट्रैक के पास या फाटक के इर्द-गिर्द मिट्टी का कटाव न हो सके। बुधवार को नियाजीपुर गांव तक जाने वाली ग्रामीण पथ के रेलवे क्रॉसिंग पर लोहे की खंभा गाड़कर आवागमन पर प्रतिबंध लगा दिया है।
विदित हो कि धोवा नदी के उफान से नियाजीपुर गांव का पूरा इलाका बाढ़मय हो गया है। बाढ का पानी इस ग्रामीण पथ को भी पार कर बह रही है। हालांकि गांव के लोग आवागमन के प्रतिबंध लगाए जाने पर नाराजगी जताई है तथा इसे सुचारु करने की रेलवे से मांग की है। ग्रामीणों के अनुसार इस गांव में जाने के लिए दो रास्ते हैं। एक रास्ता फोरलेन की तरफ से है जिसमें बाढ़ के पानी से भारी कटाव हो चुका है। दूसरा रास्ता इस रेलखंड पर क्रॉसिंग के मार्फत है, जिस पर रेलवे ने ट्रैक की सुरक्षा को देखते हुए आवागमन पर प्रतिबंध लगा दिया है। ग्रामीणों की माने तो इस स्थिति में इमरजेंसी में भी गांव से निकलना दुभर हो जाएगा।
अब तक राहत कार्य शुरू नहीं होने से महिलाओं ने किया प्रदर्शन


वहीं दूसरी ओर बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में अब तक राहत कार्य शुरू नहीं होने से ग्रामीणों ने कड़ी नाराजगी जताई है। यह नाराजगी प्रखंड के मानसिंहपुर पंचायत में देखने को मिली। गांव की महिलाएं समेत दर्जनों ग्रामीणों ने हाथ उठाकर प्रदर्शन भी किया तथा सरकार विरोधी नारे लगाए। महिलाओं की माने तो वे लोग पिछले चार दिन से बाढ़ से घिरे हैं। घरों तक पानी पहुंच गया है। मवेशियों का खाना डूब गया है। फसल बर्बाद हो चुके हैं। लेकिन अभी तक सरकार के प्रतिनिधि के द्वारा सिर्फ दौरा किया जा रहा है और राहत से जुड़े सामग्री जमीन पर अभी तक नहीं पहुंचा है। लोगों ने स्थानीय प्रशासन को भी जमकर कोसा। इस मौके पर ग्रामीण महिलाएं समेत दर्जनों ग्रामीण भी प्रदर्शन में शामिल थे।

You may have missed