November 23, 2024

गया में फाइनेंस कंपनी में दिनदहाड़े लूटपाट; अपराधियों ने 3 लाख लूटे, तीन को मारी गोली

गया। बिहार के गया जिले में एक निजी फाइनेंस कंपनी में दिनदहाड़े लूट की वारदात ने लोगों को हैरान कर दिया है। बुनियादगंज थाना क्षेत्र के खाजहापुर में स्थित आईबीएम फ्यूचर निधि नामक फाइनेंस कंपनी में यह घटना घटी, जहां 10 की संख्या में आए नकाबपोश अपराधियों ने लूटपाट की और करीब 3 लाख रुपये लूटकर फरार हो गए। इस दौरान चोर-चोर का शोर होने पर बदमाशों ने फायरिंग कर दी, जिसमें तीन लोगों को गोली लगी है। यह घटना सुबह करीब 10 बजे की है, जब कंपनी खुलने के बाद सभी कर्मचारी अपने काम में व्यस्त थे। उसी समय 10 नकाबपोश अपराधी अचानक कंपनी के अंदर घुस आए। उनके पास हथियार थे और उन्होंने तुरंत सभी कर्मचारियों को बंधक बना लिया। अपराधियों ने सबसे पहले वहां मौजूद सभी लोगों के मोबाइल फोन छीन लिए ताकि वे किसी से मदद न मांग सकें। इसके बाद उन्होंने कंपनी में रखी नकदी लूटनी शुरू कर दी। लूट के दौरान ही कंपनी के डायरेक्टर रणविजय सिंह बैंक के अंदर आने लगे। उन्हें अंदर आता देख बदमाश घबरा गए और उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी। इस फायरिंग में रणविजय सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए। गोली उनकी आंख के पास लगी, जिससे उनकी हालत गंभीर हो गई है। उन्हें तुरंत हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है ताकि बेहतर इलाज हो सके। इस गोलीबारी में अन्य दो लोग भी घायल हुए हैं, जिनमें राकेश और उसकी बहन नेहा शामिल हैं। दोनों उस बिल्डिंग में किराये पर रहते थे, जहां यह फाइनेंस कंपनी स्थित थी। गोली लगने के बाद तीनों घायलों को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस घटना से इलाके में भय और असुरक्षा का माहौल पैदा हो गया है। घटना के प्रत्यक्षदर्शी और कंपनी में काम करने वाले गोस्वामी ने बताया कि सुबह 10 बजे के आसपास बैंक खुला था और सभी कर्मचारी अपने-अपने काम में लगे हुए थे। उसी दौरान अचानक नकाबपोश अपराधी अंदर घुस आए। उन्होंने सबसे पहले हथियार के दम पर कर्मचारियों को बंधक बना लिया और सभी का मोबाइल छीन लिया। लूटपाट के दौरान जब कंपनी के डायरेक्टर रणविजय सिंह अंदर आ रहे थे, तो अपराधियों ने उन पर गोली चला दी, जिससे वे घायल हो गए। इसके अलावा दो अन्य किरायेदार, राकेश और नेहा को भी गोली लगी। घटना के बाद अपराधी फायरिंग करते हुए मौके से भाग निकले। इस वारदात ने पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। दिनदहाड़े 10 अपराधियों का नकाब पहनकर फाइनेंस कंपनी में घुसना और लूटपाट के बाद गोलीबारी करना यह दिखाता है कि अपराधियों को कानून और पुलिस का कोई खौफ नहीं है। पुलिस प्रशासन इस घटना की जांच में जुट गई है और अपराधियों की तलाश की जा रही है। बुनियादगंज थाना क्षेत्र की पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आस-पास के इलाकों में लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है ताकि अपराधियों की पहचान हो सके। इस तरह की घटना ने लोगों में भय का माहौल बना दिया है। आम जनता की सुरक्षा को लेकर पहले ही कई सवाल उठते रहे हैं और अब इस घटना ने उन सवालों को और गहरा कर दिया है। पुलिस के आला अधिकारियों ने घटना स्थल का दौरा किया और मामले की तफ्तीश शुरू कर दी है। इस घटना से पुलिस प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि इतनी बड़ी संख्या में अपराधी बिना किसी डर के दिनदहाड़े एक फाइनेंस कंपनी में लूटपाट कर रहे हैं। यह घटना सिर्फ गया ही नहीं, बल्कि पूरे राज्य में सुरक्षा व्यवस्था की स्थिति को दर्शाती है। लोगों में इस घटना के बाद काफी गुस्सा और डर है। स्थानीय लोग इस वारदात से परेशान हैं और प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि अपराधियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए और उन्हें कड़ी सजा दी जाए। इसके अलावा, सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा करने की भी मांग की जा रही है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके। पुलिस प्रशासन का कहना है कि घटना की गंभीरता को देखते हुए मामले की जांच की जा रही है और जल्द ही अपराधियों को गिरफ्तार किया जाएगा। पुलिस ने यह भी बताया कि इलाके में लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है, ताकि अपराधियों की पहचान हो सके और उन्हें गिरफ्तार किया जा सके। इसके अलावा, इलाके में गश्त बढ़ाने के आदेश दिए गए हैं ताकि लोगों में सुरक्षा का माहौल बनाया जा सके। गया में हुई इस लूटपाट की घटना ने बिहार की कानून व्यवस्था को एक बार फिर से सवालों के घेरे में ला दिया है। एक तरफ जहां आम जनता अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित है, वहीं दूसरी तरफ पुलिस प्रशासन को भी अब अपनी कार्यशैली में सुधार लाने की जरूरत है। दिनदहाड़े हुई इस लूटपाट ने यह साबित कर दिया है कि अपराधियों को पुलिस का कोई डर नहीं है और वे अपने मंसूबों को अंजाम देने में पूरी तरह सक्षम हैं। इस घटना से यह भी साफ है कि सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा करने की जरूरत है। पुलिस को गश्त बढ़ाने और संवेदनशील इलाकों में चौकसी बढ़ाने की जरूरत है ताकि लोग सुरक्षित महसूस कर सकें। आम जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुलिस प्रशासन को अपराधियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने होंगे और ऐसी घटनाओं पर तुरंत कार्रवाई करनी होगी। इस तरह की वारदातों को रोकने के लिए प्रशासन को और सतर्क होने की जरूरत है और लोगों में सुरक्षा का विश्वास बहाल करने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए। गया में हुई इस घटना से सबक लेते हुए प्रशासन को सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने के उपाय करने चाहिए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाई जा सके।

 

 

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