जातीय जनगणना कराने समेत 3 सूत्री मांगों का लेकर RJD का सभी जिला मुख्यालयों पर धरना-प्रदर्शन, PM के नाम ज्ञापन
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पटना। जातीय जनगणना कराने, आरक्षित कोटे से बैकलॉग के लाखों रिक्त पदों को भरने और मंडल आयोग की शेष सभी अनुशंसाएं को लागू करने की मांग को लेकर मंडल दिवस के अवसर पर शनिवार को राजद द्वारा राज्य के सभी जिला मुख्यालयों पर धरना-प्रदर्शन किया गया। धरना-प्रदर्शन के बाद जिला पदाधिकारियों के माध्यम से प्रधानमंत्री को ज्ञापन देकर उपर्युक्त तीनों मांगों से संबंधित कार्रवाई शीघ्र करने की मांग की गई।
आयकर गोलंबर पर रोका, धरना पर बैठे
राजधानी में पटना जिलाध्यक्ष देवमुनी सिंह यादव और पटना महानगर अध्यक्ष महताब आलम के नेतृत्व में राजद प्रदर्शनकारी राज्य कार्यालय से निकलकर जिला समाहरणालय जा रहे थे, जिन्हें आयकर गोलंबर पर रोक दिये जाने पर वहीं धरने पर बैठ गए। जिला पार्टी की ओर से प्रतिनिधिमंडल समाहरणालय जाकर अपनी मांगों से संबंधित ज्ञापन सौंपा।
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धरना के क्रम में वहीं पर देवमुनी सिंह यादव की अध्यक्षता में सभा हुई। राजद प्रदेश अध्यक्ष जगदानन्द सिंह ने धरनार्थियों को अपने संबोधन में कहा कि संपूर्ण भारत में जातीय जनगणना कराने संबंधी प्रस्ताव बिहार विधानसभा के द्वारा दो बार सर्वसम्मति से पारित कर भेजा गया है। 7 अगस्त, 1990 को तत्कालीन प्रधानमंत्री विश्वनाथ प्रताप सिंह की सरकार के द्वारा बीपी मंडल आयोग की सिफारिशों को लागू किया गया था, जो 1931 की जनगणना के आधार पर तैयार किया गया था। विगत 90 वर्षों में सभी जाति एवं वर्ग के लोगों की संख्या एवं अनुपात में काफी परिवर्तन हुआ है। उन्होंने कहा कि बिहार सहित संपूर्ण देश में जातीय जनगणना करने से समाज के दलित, पीड़ित, शोषित-वंचित एवं पिछड़े वर्ग के लोगों का तथा गरीब सवर्णों को भी समुचित लाभ एवं अवसर मिलेगा, जिससे वे समाज की मुख्यधारा में शामिल हो सकेंगे।
राजद के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव अब्दुलबारी सिद्दिकी ने कहा कि केन्द्र एवं राज्य सरकार की सेवाओं, केन्द्रीय मंत्रिमंडल के सचिवालयों में, केद्रीय विश्वविद्यालयों में, आईआईटी, आईआईएम एवं आईजीआईएमएस जैसे संस्थाना में ओबीसी, एससी एवं एसटी श्रेणी की 50 से 80 प्रतिशत पदों की रिक्तियां है। उन तमाम रिक्तियों के विरूद्ध नियुक्ति एवं नामांकन की प्रक्रिया अविलंब प्रारंभ कर बैकलॉग को खत्म किया जाय, जिससे अन्य पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति एवं जनजाति के श्रेणी के लोगों व छात्र-छात्राओं को सामाजिक न्याय मिल सके।
महिलाओं और नौजवानों की हुई भागीदारी
राजद प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के आह्वान और प्रदेश अध्यक्ष जगदानन्द सिंह के निर्देश पर राज्यव्यापी धरना-प्रदर्शन में बड़ी संख्या में आमलोगों विशेषकर महिलाओं और नौजवानों की भागीदारी हुई। पार्टी के सभी विधायक और वरीय नेता अपने-अपने जिलों में आयोजित कार्यक्रमों में शामिल हुए। कार्यक्रम को प्रभावशाली बनाने के लिए पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को प्रभारी बनाकर सभी जिलों में भेजा गया था।
प्रदर्शन में मुख्य रूप से राष्ट्रीय महासचिव श्याम रजक, पूर्व विधान सभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी, पूर्व मंत्री वृषिण पटेल, शोभा प्रकाश कुशवाहा, पे्रम कुमार मणि, विधायक रामानंद यादव, प्रो. चन्द्रशेखर, रीतलाल यादव, रेखा देवी, अनिरूद्ध यादव, महताब आलम, चन्देश्वर प्रसाद सिंह, मदन शर्मा, फैयाज आलम कमाल, डॉ. पे्रम कुमार गुप्ता, डॉ. कुमार राहुल सिंह, निर्भय अम्बेदकर, मृत्युंजय यादव, संजय यादव, प्रमोद कुमार राम, बल्ली यादव, राजेश पाल सहित सैकड़ों नेता-कार्यकर्ता शामिल थे।