मुजफ्फरपुर में आसव अस्पताल ने विश्व फिजियोथेरेपी दिवस पर नामचीन फिजयोथेरेपिस्टों को किया सम्मानित
मुजफ्फरपुर। आसव अस्पताल मुजफ्फरपुर ने विश्व फिजियोथेरेपी दिवस के उपलक्ष्य पर शहर के नामचीन फिजयोथेरेपिस्ट को अंग वस्त्र और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। विश्व फिजियोथेरेपी दिवस की पूर्व संध्या पर आयोजित इस कार्यक्रम में 20 से अधिक फिजयोथेरेपिस्ट शामिल हुए थे। कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए आसव के सीईओ कुमार अमीकर ने फिजयोथेरेपी की अहमियत पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि भारत में बहुत ही कम लोग फिजियोथेरेपी और इसके फायदों के बारे में जानते हैं।कोरोना के बाद से लोगों की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है,लेकिन अभी भी जागरूकता की जरूरत है। थेरेपी को लेकर अभी भी कई अवधारणा है। इस मौके पर फिजियोरथेरेपी डिपार्टमेंट के हेड डॉ. अमित ने बताया कि कोरोना का दौर एक ऐसा समय था, जब मरीजों की संख्या बहुत अधिक हो गई थी। लेकिन अब हालात सामान्य है। आज के वक्त में बुर्जुग से अधिक युवाओं को फिजियोथेरेपी की जरूरत पड़ रही है लगातार फोन और कंप्यूटर के इस्तेमाल की वजह से उन्हें गर्दन और कमर दर्द की समस्या देखने को मिलती है। ऐसे केस में हमारी कोशिश होती है कि युवा को बेहतर इलाज पहुंचाने के साथ-साथ उन्हें इस मुद्दे पर जागरूक भी करें। इस मौके पर अन्य लोगों ने भी अपने विचार व्यक्त किए। आखिर में आसवा अस्पताल के डॉयरेक्टर डॉ. संजय श्रीवास्तव ने सारे फिजियोथेरेपिस्ट की सरहाना की। उन्होंने कहा कि डॉक्टरों की तरह इनका काम भी बहुत महत्वपूर्ण होता है। फिजियोथेरिपस्ट मरीजों को आगे की जिंदगी बेहतर तरीके से जीने में मदद करते हैं।