RCP सिंह ने की प्रशिक्षण कार्यक्रम की तैयारी की समीक्षा, कहा- समाजवाद के व्यावहारिक रूप को जन-जन तक पहुंचाना मूल उद्देश्य
पटना। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह ने शुक्रवार को जदयू मुख्यालय स्थित कर्पूरी सभागार में शनिवार से शुरू होने वाले प्रशिक्षण कार्यक्रम की तैयारियों की समीक्षा की। इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा, राष्ट्रीय सचिव रवीन्द्र सिंह, जदयू प्रशिक्षण प्रकोष्ठ के अध्यक्ष सुनील कुमार, प्रदेश महासचिव डॉ. नवीन कुमार आर्य, अनिल कुमार, जदयू मीडिया सेल के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अमरदीप, क्षेत्रीय प्रभारी चंदन कुमार सिंह समेत अन्य मौजूद रहे।
बैठक के दौरान श्री सिंह ने कहा कि जदयू के इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का मूल उद्देश्य समाजवाद के व्यावहारिक रूप को जन-जन तक पहुंचाना है, जिसके प्रणेता हमारे नेता नीतीश कुमार हैं। उन्होंने कहा कि समाजवाद के विचार-दर्शन का इतिहास लगभग सवा दो सौ वर्ष पुराना है, लेकिन इसकी चर्चा इसके सैद्धांतिक पक्ष को लेकर अधिक होती है। जबकि जरूरत इसके व्यावहारिक स्वरूप को लोगों के बीच ले जाने की है। खासकर नई पीढ़ी को इसके संबंध में नए तरीके और नई तकनीक से समझाना है।
श्री सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री सिर्फ कहने में नहीं, करने में विश्वास करते हैं। कथनी और करनी में एकता के बिना व्यावहारिक समाजवाद की कल्पना भी नहीं की जा सकती। नीतीश कुमार के महापुरुषों के सपनों और आदर्शों को मूर्त रूप देना ही उनकी राजनीतिक यात्रा का मूलधार है। प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान विद्वान वक्तागण इन सारी चीजों पर प्रकाश डालेंगे। पार्टी में नई पीढ़ी को इस वैचारिक पूंजी से कैसे लैस किया जाय, यह काम हमारी प्राथमिकता सूची में है।
ध्यातव्य है कि प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रो. रामवचन राय एवं मंगनीलाल मंडल व्यावहारिक समाजवाद विषय पर प्रशिक्षण देंगे जबकि हरिवंश नारायण सिंह पार्टी की विचारधारा पर प्रकाश डालेंगे और राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह स्वयं भी इन विषयों पर अपनी बात रखेंगे।
वहीं प्रदेश अध्यक्ष श्री कुशवाहा ने इस दौरान कहा कि व्यावहारिक समाजवाद के अतिरिक्त पार्टी की विचारधारा, अंबेडकर चिंतन और हमारी पार्टी, अहिंसात्मक संचार, नेतृत्व विकास, सामूहिक नेतृत्व, आंतरिक बदलाव, सामुदायिक संचार, सोशल मीडिया और कार्य-प्रणाली प्रशिक्षण कार्यक्रम के अन्य विषय हैं। उन्होंने कहा कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के बाद पार्टी में नई ऊर्जा का संचार होगा। इसके बाद शीघ्र ही विधानसभा प्रभारियों का भी प्रशिक्षण होगा।