अयोध्या दीपोत्सव पर शिवानंद की टिप्पणी राम-विरोधियों की हताशा : प्रभाकर मिश्र
- 22 लाख दीयों से गरीबों को मिला रोजगार, पर्यटन उद्योग में बढ़े अवसर
- पटना के 50 सरकारी स्कूलों में मिड-मील बंद, राजद को चिंता नहीं
पटना। भाजपा प्रवक्ता प्रभाकर मिश्र ने अयोध्या में 22 लाख दीपों के कीर्तिमान के साथ मनायी गई दिवाली के लिए यूपी की योगी सरकार को बधाई दी और इस उत्सव पर राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी की दुराग्रही टिप्पणी को राम-विरोधियों की हताशा बताया। मिश्र ने आगे कहा कि अयोध्या के विश्वस्तरीय शहरी विकास, एयरपोर्ट जैसे रेलवे स्टेशन और ऐतिहासिक दीपोत्सव से धार्मिक पर्यटन के क्षेत्र में रोजी-रोजगार के जो अपार अवसर सृजित हुए, वे राम-विरोधी पार्टी के शिवानंद को दीयों के प्रकाश में भी नहीं दिखाई पड़ते। अयोध्या में राम और रोटी, दोनों है। उन्होंने आगे कहा कि राजद-नेता ने बुझे दीयों से तेल एकत्र करती गरीब महिलाओं को तो देखा, लेकिन मिट्टी के लाखों दीये बनाने से जिन सैंकड़ों गरीब कुम्हारों को रोजगार मिला, उसे नहीं देखा। मिश्र ने आगे कहा कि पुत्र-मोह में संन्यास तोड़कर राजनीति में सक्रिय हुए शिवानंद जी को न बिहार में बढता अपहण उद्योग दिखता है, न महिलाओं-युवाओं का शराब की तस्करी में लिप्त होने की असली तस्वीर दिखती है। उन्होंने आगे कहा कि ‘बिहार में बहार और नीतीसे कुमार’ देखने वाले बचायें कि सरकार की नाक के नीचे पटना जिले के 50 सरकारी स्कूलों में कई सप्ताह से गरीबों के बच्चों को मध्याहृ भोजन मिलना क्यों बंद है? शिवानंद को यह असली विकास भी देखना चाहिए।