प्रदेश के कई जिलों में वज्रपात के साथ बारिश, गर्मी से मिली राहत, मधुबनी में ठनका गिरने से तीन की मौत

पटना। बिहार में मौसम ने करवट बदल ली है। दरभंगा जिले में बारिश हुई है और लोगों को गर्मी के टॉर्चर से राहत मिली है। इससे पहले मौसम विभाग ने अनुमान जताया था कि सीतामढ़ी, सहरसा, दरभंगा, मधुबनी और अररिया जिले के कुछ भागों में अगले एक से तीन घंटे में हल्के से मध्यम दर्जे की मेघ गर्जन तथा वज्रपात के साथ बारिश होने की संभावना है। बिहार में लोग 30-35 डिग्री सेल्सियस गर्मी का टॉर्चर सह रहे हैं। कई जिलों में भीषण गर्मी की वजह से दिन के वक्त सड़कों पर सन्नाटा पसरा दिख रहा है। इस बीच कुछ जिलों में हुई बारिश ने लोगों को राहत दी है। अनुमान जताया गया है कि किशनगंज, अररिया, पूर्णिया और सुपौल में ओले गिर सकते हैं। उत्तर बिहार में बारिश की संभावना है। मौसम विभाग का अनुमान है कि आज 19 जिलों में हल्की बारिश हो सकती है। इस दौरान उत्तर पूर्व के जिलों में 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की भी संभावना है। अनुमान है कि 13 अप्रैल तक बिहार के अलग-अलग जिलों में हल्की बारिश का दौर देखने को मिल सकता है। बताया जा रहा है कि बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिम और दक्षिण-पूर्व में एक निम्न दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। यह उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर आगे भी बढ़ रहा है। दूसरी तरफ पश्चिमी विक्षोभ समुद्र तल से 5.8 किलोमीटर ऊपर है। इन्हीं सभी वजहों से बिहार में फिलहाल मौसम बदला हुआ है और बारिश हो रही है।
मधुबनी में बिजली गिरने से तीन की मौत, दरभंगा में भी गई जान
राज्य के अलग-अलग जिलों में कई हादसे हुए हैं। मधुबनी जिले में वज्रपात की वजह से तीन लोगों की मौत हो गई है। यहां बुधवार सुबह आकाशीय बिजली (ठनका) गिरने से तीन लोगों की मौत हो गई। जिसमें दो महिला और एक पुरुष शामिल है। आपदा के तहत हुई मौत की जानकारी आपदा प्रबंधन पदाधिकारी को भी दी जा रही है।
दरभंगा जिले में एक की मौत
इधर दरभंगा जिले के बिरौल थाना क्षेत्र के लदहो कटैया गांव में बुधवार को हुई मूसलाधार बारिश के दौरान वज्रपात से एक बुजुर्ग की मौत घटनास्थल पर ही हो गई। मृतक स्व. लखन चौपाल के 68 वर्षीय पुत्र जवाहर चौपाल थे।
नवादा में वज्रपात से 4 लोग झुलसे
वहीं नवादा जिले के वारिसलीगंज में वज्रपात की चपेट में आने से चार लोग झुलस गए हैं। थाना क्षेत्र के मिल्की गांव स्थित दो मंजिला मकान पर बुधवार की सुबह घटना हुई है। इसमें घर में रहे चार लोग गंभीर रूप से झुलस गए। घर का चार एंड्रॉयड मोबाइल फोन भी क्षतिग्रस्त हो गया है। पीएचसी में इलाज के बाद सभी चारों को सदर अस्पताल नवादा रेफर किया गया है।
गेहूं की फसल पर बर्बाद
बिहार में इस बार गर्मी अपेक्षा से थोड़ा पहले आ गई थी। मार्च के महीने में ही गर्मी का असर दिखने लगा था। कृषि विशेषज्ञों ने उसी वक्त अनुमान जताया था कि तापमान में बढ़ोतरी की वजह से इसकी मार गेहूं के फसल पर पड़ सकती है। विशेषज्ञों ने कहा था कि अत्यधिक गर्मी होने की वजह से गेहूं के दाने विकसित होने से पहले पक सकते हैं। एक तरफ गर्मी की मार तो दूसरी तरफ बिहार में इस बदले मौसम की मार भी गेहूं के फसलों पर पड़ी है। बेमौसम बारिश की वजह से कई जिलों में गेहूं के फसलों को नुकसान हुआ है। इससे किसानों की चिंता बढ़ गई है। तेज हवा और बारिश से गेहूं के दाने कमजोर हो जाते हैं, जिससे उपज पर असर पड़ता है। मौसम विभाग ने पहले ही बताया है कि कई जिलों में 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल सकती है। इसके अलावा 13 अप्रैल तक कुछ जिलों में बारिश का दौर रह सकता है।
