मसौढ़ी में झमाझम बारिश ने बढ़ाई लोगों की परेशानी, अस्पताल से लेकर सड़कों हुआ भारी जल-जमाव
पटना। राजधानी पटना से सटे मसौढ़ी में बीती रात हुई झमाझम बारिश ने जहां किसानों के चेहरों पर खुशी ला दी है, वहीं शहरवासियों के लिए यह बारिश मुसीबत बन गई है। बारिश के कारण हर गली-मोहल्ले में पानी भर गया है, जिससे लोगों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा, कई सरकारी स्कूलों और अस्पतालों में भी पानी भर गया है, जिससे लोगों की परेशानी और बढ़ गई है। हालात ऐसे हो गए हैं कि लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है। पटना-गया रेल खंड के डुमरी जंक्शन के अंडरपास में कमर भर पानी भर जाने से आवागमन पूरी तरह से बाधित हो गया है। डुमरी जंक्शन के पास एक ऑटो और स्कॉर्पियो की गाड़ी भी इस अंडरपास में फंस गई है। लोग किसी तरह से फंसे हुए वाहनों को निकालने की कोशिश कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि धनरूआ के पनपुरा प्राथमिक विद्यालय में भी पानी भर जाने से पढ़ाई प्रभावित हो चुकी है। मसौढ़ी के गांधी मैदान के पोस्ट इलाके में सड़क पर लगभग तीन फीट पानी भर गया है, जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मसौढ़ी के स्टेशन रोड और सब्जी मंडी की सड़कें झील में तब्दील हो गई हैं। इस बारिश ने नगर परिषद की मानसून की तैयारियों की पोल खोल दी है। मसौढ़ी में जिस तरह से हर गली-मोहल्ले में जल-जमाव हो रहा है, उसे देखकर यह स्पष्ट हो गया है कि नगर परिषद प्रशासन पूरी तरह से मानसून की तैयारी में फेल हो चुका है। उनकी तैयारियों में केवल दिखावा ही था। देश के अधिकांश हिस्सों में इन दिनों मानसून ने दस्तक दे दी है। इसके प्रभाव से आज और आने वाले कुछ दिनों में बिहार के भी कई हिस्सों में भीषण बारिश होने की संभावना है। इसे लेकर मौसम विभाग ने चेतावनी जारी कर दी है। मसौढ़ी में लगातार बारिश से जल-जमाव की स्थिति और भी गंभीर हो सकती है। स्थानीय लोग नगर परिषद की कार्यशैली से काफी नाराज हैं। उनका कहना है कि हर साल बरसात के मौसम में जल-जमाव की समस्या होती है, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया जाता। बारिश के पानी से भरे सड़कों और गलियों में चलते समय लोगों को दुर्घटनाओं का भी डर बना रहता है। साथ ही, पानी भरने के कारण कई स्थानों पर गंदगी और बीमारियों का खतरा भी बढ़ गया है। समस्या का समाधान खोजने के लिए नगर परिषद को जल्द से जल्द प्रभावी कदम उठाने की आवश्यकता है। जल-निकासी की उचित व्यवस्था और नियमित सफाई अभियान चलाना आवश्यक है, ताकि बारिश के मौसम में लोगों को इस तरह की समस्याओं का सामना न करना पड़े। मौसम विभाग की चेतावनी को ध्यान में रखते हुए प्रशासन को चाहिए कि वे पहले से ही तैयार रहें और लोगों की सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक उपाय करें।