मानसून की पहली बारिश ने खोली राजधानी की पोल, पटना एयरपोर्ट से लेकर कई अस्पतालों तक भरा पानी
पटना। बिहार की राजधानी पटना में इस साल मॉनसून की पहली बारिश ने ही शहर की स्थिति को उजागर कर दिया। गुरुवार की दोपहर में तेज बारिश के बाद शहर के कई हिस्सों में जलजमाव की समस्या उत्पन्न हो गई। पटना एयरपोर्ट पर भी पानी भर गया, जिससे उड़ानें प्रभावित हुईं। इसके अलावा, कई अस्पतालों के बाहर घुटनों तक पानी भर गया, जिससे मरीजों और उनके परिजनों को इलाज के लिए आने में काफी परेशानी हुई। गांधी मैदान, बेली रोड, मिल स्कूल, आयकर गोलंबर सहित अन्य प्रमुख इलाकों में सड़कें जलमग्न हो गईं। शिवपुरी नाले के पास कैलाश पथ पर एक स्कूटी सवार नाले में गिर गया, जिसे स्थानीय लोगों ने किसी तरह बचा लिया, लेकिन स्कूटी पूरी तरह पानी में डूब गई। दक्षिण पश्चिम मॉनसून ने राजधानी पटना और आसपास के क्षेत्रों में जोरदार दस्तक दी है। गुरुवार की दोपहर को पटना में जमकर बारिश शुरू हुई, जिससे लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत मिली। हालांकि, थोड़ी ही देर में जलजमाव की समस्या ने लोगों को परेशानी में डाल दिया। शास्त्री नगर अस्पताल के बाहर और अंदर भारी जलजमाव हो गया, जिससे वार्ड के अंदर भी बारिश का पानी घुस गया और मरीजों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। पटना एयरपोर्ट पर भी जलजमाव की स्थिति गंभीर हो गई, रनवे के आसपास घुटनों तक पानी भर गया। जेडी विमंस कॉलेज के पास जलजमाव होने से छात्राओं को घर लौटने में कठिनाई हुई। शिवपुरी नाले के पास बस्ती में भारी जलजमाव हो गया, जिससे वहां के निवासियों को भारी परेशानी हो रही है। अटल पथ पर भी घुटनों तक पानी जमा हो गया। बेली रोड पर हनुमान मंदिर के पास नाले का गंदा पानी सड़क पर आ गया, जिससे यातायात प्रभावित हुआ। गार्डिनर अस्पताल के बाहर भी पानी भर गया, जिससे मरीजों और अस्पताल के कर्मचारियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। पटना में मॉनसून की पहली बारिश ने ही प्रशासन की तैयारियों की पोल खोल दी है। जल निकासी की उचित व्यवस्था न होने के कारण शहर के अधिकांश हिस्सों में जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। इस स्थिति ने न केवल सामान्य जनजीवन को प्रभावित किया है, बल्कि स्वास्थ्य सेवाओं को भी बाधित किया है। प्रशासन को जल निकासी और अन्य बुनियादी सुविधाओं को दुरुस्त करने की आवश्यकता है ताकि मॉनसून के दौरान ऐसी समस्याओं का सामना न करना पड़े। शहरवासियों को उम्मीद है कि प्रशासन जल्द ही इस स्थिति से निपटने के लिए आवश्यक कदम उठाएगा और आने वाले दिनों में मॉनसून की बारिश के लिए बेहतर तैयारी करेगा।