प्रदेश के कई जिलों में अगले 24 घंटे में बारिश का अलर्ट, गेहूं की फसल को नुकसान, किसान परेशान

पटना। प्रदेश में पछुआ के कारण प्रदेश का मौसम शुष्क बना हुआ है। अगले दो दिनों के दौरान अधिकतम तापमान में एक से तीन डिग्री की गिरावट की संभावना है, जबकि न्यूनतम तापमान में विशेष परिवर्तन के आसार नहीं हैं। मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार, 19 मार्च को पश्चिमी हिमालय क्षेत्रों में पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता बने रहने की संभावना है। 24 घंटों के दौरान गरज-तड़क के साथ पूर्वी व पश्चिम चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, मधुबनी, जमुई, बांका, मुंगेर, भागलपुर व कटिहार जिले के एक या दो स्थानों पर गरज-तड़क के साथ हल्की वर्षा की संभावना है। इस दौरान किसानों के लिए टेंशन बढ़ गई है। गेहूं के फसल पर इसका प्रभाव पड़ सकता है। 21-23 मार्च के बीच भी उत्तर-पूर्व, दक्षिण-मध्य, दक्षिण-पूर्व भागों के 13 जिलों के एक या दो स्थानों पर हल्की वर्षा की संभावना है। जबकि बीते 24 घंटों के दौरान पटना समेत अधिसंख्य भागों के न्यूनतम तापमान में वृद्धि दर्ज की गई। पटना का न्यूनतम तापमान 23.8 डिग्री सेल्सियस जबकि 16.0 डिग्री सेल्सियस के साथ किशनगंज में प्रदेश का सबसे कम न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया। बीते 24 घंटों के दौरान प्रदेश के कुछ स्थानों पर हल्की वर्षा दर्ज की गई। गया के डोभी में 1.8 मिमी, औरंगाबाद में 1.5 मिमी, गया के इमामगंज में 0.2 मिमी, भागलपुर में 0.1 मिमी वर्षा दर्ज की गई। पटना का अधिकतम तापमान सोमवार को 1.2 डिग्री सेल्सियस के साथ 34.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, 37.3 डिग्री सेल्सियस के साथ बक्सर में प्रदेश का सर्वाधिक अधिकतम तापमान दर्ज किया गया। प्रदेश के सासाराम, अरवल, औरंगाबाद, गया, नालंदा व बांका को छोड़ कर पटना सहित सभी शहरों के अधिकतम तापमान में वृद्धि दर्ज की गई। पटना व आसपास इलाकों में पछुआ के कारण शुष्क बना रहा। शाम में कुछ स्थानों पर आंशिक रूप से बादल छाए रहने से मौसम सामान्य बना रहा। कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक के अनुसार पश्चिम विक्षोभ के कारण मौसम में यह बदलाव दिख रहा है। मौसम में बदलाव का असर तापमान पर भी दिख रहा है। जिले के न्यूनतम तापमान में दो डिग्री तक गिरावट दर्ज की गई है।
