राहुल को मिला लालू का समर्थन, राजद सुप्रीमो बोले- अगर वारंट जारी हुआ तो पहले हो अडानी की गिरफ्तारी
पटना। राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) सुप्रीमो और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने उद्योगपति गौतम अडानी के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी का समर्थन किया है। शुक्रवार को लालू यादव ने एक बयान में कहा कि अगर वारंट जारी करना है, तो सबसे पहले गौतम अडानी की गिरफ्तारी होनी चाहिए। उन्होंने राहुल गांधी द्वारा अडानी समूह पर लगाए गए आरोपों को सही ठहराते हुए कहा कि उनके खिलाफ कार्रवाई करना समय की मांग है। गौरतलब है कि राहुल गांधी ने हाल ही में अडानी समूह पर अमेरिका और भारत के कानूनों के उल्लंघन का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि अडानी समूह ने वित्तीय अनियमितताओं के जरिये देश की संपत्ति का दुरुपयोग किया है। राहुल ने इस मामले में सख्त कार्रवाई की मांग की थी। लालू यादव ने राहुल की इस मांग का समर्थन करते हुए कहा कि अगर अडानी पर लगे आरोप सही हैं, तो उनकी गिरफ्तारी सुनिश्चित होनी चाहिए। लालू प्रसाद यादव ने स्पष्ट शब्दों में कहा, *”अगर किसी पर वारंट जारी करना है, तो पहले अडानी पर कार्रवाई हो। उन्होंने भारत और अमेरिका दोनों के कानूनों का उल्लंघन किया है। सरकार को इस मामले में सख्त कदम उठाने चाहिए।”* लालू ने राहुल गांधी के रुख की सराहना करते हुए कहा कि वह सही मुद्दों को उठा रहे हैं और उनकी बातों को गंभीरता से लिया जाना चाहिए। लालू यादव के बयान ने अडानी समूह पर चल रही बहस को और तेज कर दिया है। विपक्ष पहले से ही केंद्र सरकार और अडानी समूह के बीच संबंधों पर सवाल उठा रहा है। लालू यादव ने अपने बयान के जरिये स्पष्ट कर दिया है कि आरजेडी इस मामले में कांग्रेस के साथ खड़ी है। अडानी समूह पर लगाए गए आरोप न केवल राजनीतिक बहस का हिस्सा बन गए हैं, बल्कि इस मामले ने आर्थिक और कानूनी दायरे में भी गंभीर सवाल खड़े किए हैं। राहुल गांधी और लालू यादव जैसे प्रमुख नेताओं का इस मुद्दे पर एक साथ आना विपक्ष की एकजुटता को भी दर्शाता है। कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे ने अडानी समूह के विदेश में निवेश सहित मामले की व्यापक संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच की मांग की। उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा कि जब भारत के किसी शीर्ष कारोबारी पर बाहरी देश द्वारा अभियोग लगाया जाता है, तो इससे वैश्विक स्तर पर हमारे देश की छवि खराब होती है। कांग्रेस लगातार अनैतिक व्यावसायिक प्रथाओं पर आपत्ति जताती रही है। उन्होंने आरोप लगाया मोदी सरकार की नीति कुछ लोगों को अमीर बनाने की है। इसके जरिए चंद कारोबारियों को फायदा पहुंचाया जा रहा है। अमेरिका की एक अदालत में गौतम अडानी और उनके भतीजे समेत कुछ सरकारी अधिकारियों के खिलाफ सौर ऊर्जा प्रोजेक्ट के लिए रिश्वतखोरी के आरोप लगे हैं। हालांकि, अडानी समूह ने इन सभी आरोपों से इनकार करते हुए, इन्हें निराधार बताया है। जानकारों के अनुसार यह मामला अमेरिका में चल रहा है। ऐसे में अडानी की भारत में सीधे गिरफ्तारी संभव नहीं है। भारत और अमेरिका के बीच प्रत्यर्पण संधि के नियमों के अनुसार गिरफ्तारी हो सकती है। लालू यादव का राहुल गांधी को समर्थन और अडानी की गिरफ्तारी की मांग ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। यह मुद्दा विपक्ष के लिए केंद्र सरकार पर दबाव बनाने का जरिया बन सकता है। आने वाले दिनों में इस विवाद के और गहराने की संभावना है, जिससे सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच टकराव और बढ़ सकता है।