खड़गे ने राहुल गांधी को बताया पीएम पद का उम्मीदवार, कहा- हमारी सरकार बनी तो वे देश की पहली पसंद होंगे
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण का मतदान आज शाम तक समाप्त हो जाएगा। इस बीच, इंडिया गठबंधन की 1 जून को नई दिल्ली में एक महत्वपूर्ण बैठक होने वाली है। यह बैठक कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे के आवास पर आयोजित की जाएगी और इसका उद्देश्य लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद की रणनीति पर चर्चा करना है। इस बैठक में लगभग सभी घटक दलों के नेता शामिल होंगे। बैठक से पहले कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने एक बड़ा बयान दिया है। एक निजी चैनल से बातचीत में उन्होंने कहा कि अगर इंडिया गठबंधन की सरकार बनती है तो राहुल गांधी प्रधानमंत्री पद के लिए उनकी पहली पसंद होंगे। खरगे ने यह भी खुलासा किया कि उन्होंने प्रियंका गांधी को चुनाव लड़ने के लिए प्रेरित किया था, लेकिन प्रियंका ने खुद चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया। इंडिया गठबंधन की बैठक में पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती अपनी निजी व्यस्तताओं के कारण शामिल नहीं हो पाएंगी। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लोकसभा चुनाव और चक्रवात रेमल का हवाला देते हुए बैठक में शामिल होने में असमर्थता जताई है। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन भी इस बैठक में भाग नहीं ले पाएंगे। इस बैठक में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, आप सांसद संजय सिंह, और समाजवादी पार्टी नेता अखिलेश यादव समेत विपक्षी गठबंधन के सभी प्रमुख नेता शामिल होंगे। तेजस्वी यादव के साथ वीआईपी चीफ मुकेश सहनी भी दिल्ली के लिए रवाना हो चुके हैं और वे पहली बार इंडिया गठबंधन की बैठक में शामिल हो रहे हैं। जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला भी इस बैठक में भाग लेंगे। बैठक का उद्देश्य चुनाव परिणामों के बाद की रणनीति पर चर्चा करना और आगे की कार्य योजना बनाना है। मल्लिकार्जुन खरगे ने यह भी कहा कि राहुल गांधी का नेतृत्व देश के लिए महत्वपूर्ण होगा और उनके प्रधानमंत्री बनने से देश को नई दिशा मिलेगी। प्रियंका गांधी ने चुनाव लड़ने से इनकार किया, लेकिन वे पार्टी के कार्यों में सक्रिय रूप से शामिल रहेंगी। इंडिया गठबंधन की इस बैठक में अन्य मुद्दों पर भी चर्चा की जाएगी और भविष्य की योजनाओं को अंतिम रूप दिया जाएगा। बैठक में शामिल होने वाले सभी नेताओं से उम्मीद है कि वे देश की राजनीति को नई दिशा देने के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लेंगे। इस प्रकार, यह बैठक लोकसभा चुनाव के परिणामों के बाद विपक्षी दलों की रणनीति तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। सभी प्रमुख नेताओं की उपस्थिति इस बैठक को और महत्वपूर्ण बना रही है और इसमें लिए गए निर्णय भविष्य की राजनीति को प्रभावित कर सकते हैं।