पटना एम्स में रेडिएशन ऑनकोलॉजी पर कार्यशाला
पटना। आज रेडिएशन ऑन्कोलॉजी विभाग, एम्स-पटना के स्थापना दिवस के अवसर पर एम्स-पटना के कार्यकारी निदेशक डॉ. जी.के. पाल सर के मार्गदर्शन मं। एम्स-पटना के सभागार में रेडिएशन ऑन्कोलॉजी विभाग द्वारा एक सीएमई का आयोजन किया गया। सीएमई का थीम प्रौद्योगिकी में प्रगति के साथ परिवर्तन को अपनाना-आगे बढ़ने का रखा। वही इस कार्यक्रम की शुरुआत डॉ. प्रीतांजलि सिंह के स्वागत भाषण व गणमान्य अतिथियों के स्वागत के साथ हुई। रेडिएशन ऑन्कोलॉजी विभाग की प्रमुख प्रोफेसर प्रीतांजलि सिंह ने रेडिएशन ऑन्कोलॉजी विभाग का अवलोकन प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि एम्स पटना में विकिरण ऑन्कोलॉजी विभाग दो उच्च लीनियर एक्सेलरेटर, एक ब्रेकी थेरेपी इकाई, एक सीटी सिम्युलेटर और सक्रिय श्वास नियंत्रण उपकरणों से सुसज्जित है। स्थापना दिवस भाषण हमारे मुख्य अतिथि डॉ. जी.के. रथ द वारा कैंसर के प्रबंधन में प्रौद्योगिकी की प्रगति किया गया।
उन्होंने भारत में ऑन्कोलॉजी की प्रगति की समस्याओं और रुझानों और नई पीढ़ी के लिनैक की भूमिका के बारे में जानकारी दी। डॉ. नीलेश मणि ने एम्स-पटना के रेडिएशन ऑन्कोलॉजी विभाग का ऑडिट प्रस्तुत किया, जिसमें 2023 में ओपीडी में 25873 मरीजों को परामर्श दिया गया और रेडिएशन ऑन्कोलॉजी विभाग में 3058 नए कैंसर रोगी पंजीकृत हैं। रेडिएशन ऑन्कोलॉजी विभाग के डॉ. हरिकेश बहादुर सिंह ने रेडियोथेरेपी में एक्टिव ब्रेडथ को-ऑर्डिनेटर के अनुप्रयोग के बारे में बताया। वही मुख्य अतिथि डॉ. जी.के. रथ, पूर्व प्रमुख डॉ. बी.आर. अम्बेडकर इंस्टीट्यूट रोटरी हॉस्पिटल और हेड एनसीआई झाझर, डॉ. बी. सान्याल, महावीर कैंसर संस्थान, डॉ. जे.के. सिंह, एस.एस. हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर, पटना इस अवसर की शोभा बढ़ा रहे थे।