पुनपुन में नहाने गये डूबे दलित युवक की मिली लाश,परिजनों में चीत्कार मचा,ग्रामीणों ने निकाला लाश
फुलवारीशरीफ।बुधवार को पुनपुन नदी में नवादा गांव के पास नदी में डूबे युवक चंदन मांझी की लाश उपलाकर पानी मे तैरने लगी। लाश देख ग्रामीणों ने उसकी पहचान नहाने के दौरान डूबकर मरे चिंहूँट गांव निवासी चन्दन मांझी के रुप मे किया ।चन्दन मांझी मंगलवार को नहाने के दौरान डूब गया था। लाश
मिलने की खबर से ग्रामीणों के भीड़ जमा हो गयी वही परिजनों में चीत्कार मच गया। सकरैचा मुखिया संतोष कुमार उप मुखीया प्रकाश कुमार रंजन नदी घाट पहुंचे और रोते बिलखते परिवार को ढांढस बंधाया। मुखिया ने प्रशासन से मुआवजा दिलाने की मांग की है ताकि गरीब परिवार का सहारा हो पाए। मृतक की पत्नी फुलवा देवी बार बार होश में आने के बाद यही रट लगाए जा रही थी कि अब छह छोटे बच्चो की परवरिश वह कैसे करेगी। महज तीस साल की उम्र में ही पति चन्दन की डूबकर मौत से पत्नी व 6 बच्चों समेत पुरे परिवार के सामने रोजी रोटी की समस्या आ खड़ी हुई है। चन्दन मांझी की मजदूरी से पूरा परिवार का खर्चा चलता था।
मंगलवार को परसा बाजार के चिंहुट दलित बस्ती निवासी एक तीस वर्षीय युवक पुनपुन नदी में नहाने के दौरान डूब गया जिसकी लाश तलाशी के लिए दिन भर एसडीआरएफ टीम जुटी रही लेकिन सफलता नही मिली।इसकी जानकारी मिलते ही वहां लोगों की भीड़ जमा हो गयी। वहीँ डूबे युवक के परिजनों में चीत्कार मच गया | नदी में यवक के डूबने की जानकारी मिलते ही परसा बाजार थाना की पुलिस पहुंची। मौके पर एसडीआरएफ की टीम को बुलाया गया ।इसके बाद नदी में डूबे युवक के शव की तलाशी अभियान शुरू किया गया।दिन भर नदी में एसडीआरएफ की टीम लाश की खोज करती रही लेकिन शव को नही निकालपायी।दूसरे दिन बुधवार को भी नदी में लाश की तलाशी के लिए गोताखोर उतारे जाने के पहले ही लाश नदी के पानी मे छहला कर ऊपर तैरने लगी। लाश देख घटनास्थल पर आस पास के ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गयी । ग्रामीणों ने नदी से खुद ही लाश को निकाल बाहर लाये ।वहीं घाट पर डूबे युवक के परिजन विलाप करने लगे।
बता दें कि चिहुट निवासी दलित युवक लालचंद मांझी का पुत्र चंदन मांझी मंगलवार की सुबह करीब नौ बजे के आस पास गाँव के सामने पुनपुन नदि में नहाने गया था।नहाने के दौरान ही चंदन मांझी डूब गया था।
चंदन के नदी में डूब जाने की सूचना पर परसा बाजार थाने की पुलिस एसडीआरएफ की टीम के साथ पहुंचकर नदी में लाश ढूँढना शुरू किया।एसडीआरएफ की टीम दिन भर नदी में बोट के जरिये लाश की तलाशी करती रही लेकिन सफलता नही मिली।स्थानीय ग्रामीणों का मानना है की लाश नदी की तलहटी में बैठ गया है। ऐसी स्थिति में चौबीस घंटे बाद लाश ऊपर आ जायेगा। बहरहाल लाश नही निकाले जाने से निराश टीम लौट गयी। बुधवार की अहले सुबह ही चंदन मांझी की लाश उपला गयी। लाश देखते ही ग्रामीणों और परिजनों में कोहराम मच गया। उधर घटना से नदी में डूबकर मेरे युवक चंदन मांझी की पत्नी फुलवा देवी पाति की लाश मिलने की खबर सुनकर रोते रोते बार बार बेहोश हो जा रही है। उसके साथ ही उसके छः छोटे बच्चो का भी रो रो कर बुरा हाल हो रहा है।मासूमो को यह भी आभाष नही हो रहा था की उसके पिता डूबे गये वेलोग अपनी माँ को रोता देख रोने लगते।