सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की छुट्टी नहीं होने पर संघ का विरोध, सरकार को दी आंदोलन की चेतावनी
पटना। बिहार के सरकारी स्कूलों में भीषण गर्मी को देखते हुए 30 मई से 8 जून तक बंद रखने का आदेश जारी हुआ है। सीएम नीतीश के स्कूल बंद करने के आदेश में के के पाठक ने संशोधन किया गया। बच्चों की छुट्टी होगी, लेकिन शिक्षक पहले की तरह स्कूल आएंगे। इसको लेकर शिक्षकों में आक्रोश बढ़ गया है। शिक्षकों का कहना है कि बच्चे नहीं आएंगे तो फिर शिक्षकों को बुलाने की क्या जरूरत है। हीट वेव से क्या शिक्षक प्रभावित नहीं होंगे ? शिक्षकों ने सीएम से राहत देने की मांग की है। शिक्षक संघ के नेता राजू सिंह ने कहा कि बिहार में गर्मी के कारण सैकड़ों बच्चे के बेहोश हो जाने के बाद सीएम नीतीश कुमार ने संज्ञान लिया। शिक्षण कार्य स्थगित करने का आदेश विभिन्न ज़िलों के डीएम को दिया गया। वहीं शिक्षकों के लिए स्कूल खुला हुआ है। क्या शिक्षक इंसान नहीं है। इस मामले पर भी सीएम संज्ञान लें। शिक्षकों को लगातार प्रताड़ित करने का काम चल रहा है।
केके पाठक के आदेश से शिक्षकों में गुस्सा
बताया जा रहा है कि केके पाठक से बातचीत के बाद ही सभी जिलों के जिलाधिकारियों के नाम पत्र जारी हुआ है। इस आदेश के तहत शिक्षक पहले की तरह स्कूल आएंगे और रोज अधिकारी भी स्कूलों का इंस्पेक्शन करेंगे। इस बीच शिक्षकों को छुट्टी नहीं दिये जाने को लेकर शिक्षकों में आक्रोश बढ़ गया है। शिक्षक संघ की ओर से कहा गया है कि क्या हीट वेव से शिक्षक प्रभावित नहीं होंगे। अगर स्कूलों में बच्चे नहीं तो फिर शिक्षकों को बुलाने की क्या जरूरत है। शिक्षकों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से शिक्षकों को भी राहत देने की मांग की है।
आठवीं क्लास तक टाइमिंग में हुआ था बदलाव
बता दें कि इससे पहले शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने कक्षा 1 से 8 तक स्कूलों के टाइमिंग में बदलाव किया था। सीएम ने मुख्य सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा को निर्देश दिया था कि भीषण गर्मी और लू की चपेट से राज्य में आपदा की स्थिति बन रही है। आवश्यकतानुसार वर्तमान स्थिति को देखते हुए स्कूलों को बंद करने के संबंध में समुचित कार्रवाई सुनिश्चित करें, ताकि स्कूली बच्चों का स्वास्थ्य प्रभावित ना हो।