कचरा शुल्क के विरोध में एकजुट हुई पटना की जनता, सड़क पर उतरकर किया प्रदर्शन

पटना। नगर निगम होल्डिंग टैक्स के साथ-साथ कचरा शुल्क भी वसूलने लगा है। अप्रैल माह से कचरा शुल्क लिया जा रहा है। अब पटनावासी बिना कचरा शुल्क के होल्डिंग टैक्स जमा नहीं कर पाएंगे। यह फैसला पटना नगर निगम सशक्त स्थायी समिति ने 16 जून को हुई बैठक में लिया था। अब इसे लागू कर दिया गया है। अगर टैक्स समय पर नहीं दिया तो प्रतिमाह डेढ़ फीसदी विलंब शुल्क भी वसूला जाएगा।

निगम के इस फैसले के खिलाफ पटना की आम आवाम ने रविवार को कचरा टैक्स के विरोध आम सभा का आयोजन किया व भिखना पहाड़ी मोड़ पर निगम के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कचरा शुल्क वापस लेने की मांग की गई।

लोगों का कहना है कि कोरोना काल में जनजीवन तंग व तबाह हो चुका है। व्यपार पूरी तरह मंदी की चपेट में है। पटना नगर निगम ने पहले ही होल्डिंग टैक्स में 15 प्रतिशत की बढ़ोतरी कर दी है। अब डोर टू-डोर-कूड़ा उठाव शुल्क के रूप में अतिरिक्त पैसा वसूलना बिल्कुल गलत है। जिसका पटना की जनता ने विरोध करना शुरू कर दिया है।

आप नेता बबलू प्रकाश ने कहा कि निगम की ओर से होल्डिंग टैक्स के अतिरिक्त कचरा शुल्क वसूलना जनविरोधी फैसला है। इसके विरोध में पटना के प्रत्येक वार्ड में हस्ताक्षर अभियान चलाया जाएगा।

मौके पर स्थानीय लोग, समाजसेवी के साथ अलग अलग राजनीति दलों के कार्यकर्ता मौजद रहे। इसमें संजीव चंद्रवंशी, रमेश रजक, धर्मेंद्र यादव, अमिताभ रंजन, विजय प्रताप कुशवाहा, संतोष मेहता, पूर्व पार्षद वार्ड 42 के मोहन प्रसाद, वार्ड 53 के अजित कुशवाहा, उमेश शर्मा, रितेश कुमार, वार्ड 51 के सुयश कुमार ज्योति, विनोद कुमार सिंह, आदि मेहता, रमेश यादव, अरुण विद्यार्थी, वार्ड 47 के संतीश कुमार, आप नेता बबलू प्रकाश सहित कई गण्यमान्य लोग मौजूद रहे।

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