चुनाव आते ही बिहार में केंद्रीय एजेंसियों की दबिश बढ़ेगी, पर इसबार नहीं चलेगी प्रपंच, प्रोपगंडा और परसेप्शन की राजनीति: चितरंजन गगन

पटना। ईडी द्वारा राबड़ी देवी और तेजप्रताप से पुछताछ करने और लालू जी को पुछताछ के लिए बुलाए जाने पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए राजद प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने कहा कि ज्यों – ज्यों बिहार विधानसभा का चुनाव नजदीक आते जाएगा ईडी, सीबीआई, आईटी जैसी केन्द्रीय एजेंसियों की गतिविधियां बढ़ती जाएगी। चुंकि भाजपा नेताओं को बिहार में आकर बोलने के लिए कुछ मसाला चाहिए। इसके पहले भी जिन प्रदेशों में विधानसभा का चुनाव था, उन राज्यों में इन केन्द्रीय एजेंसियों की सक्रियता काफी बढ़ गई थी। लोकसभा चुनाव के समय भी यही हुआ था। राजद प्रवक्ता ने कहा कि भाजपा और सहयोगी दलों की राजनीति हीं प्रपंच, प्रोपगंडा और परसेप्शन की बुनियाद पर टिकी है। पहले प्रपंच कर झूठे और बेवुनियाद आरोपों के आधार पर केन्द्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल करो फिर अपने एजेंसियों के माध्यम से दुष्प्रचार और प्रोपगंडा कर विरोधी के बारे में गलत परसेप्शन बनाकर राजनीतिक लाभ उठाओ । अबतक इसी आधार पर ये राज करते आए हैं। बिहार की जनता इनके चाल को समझ चुका है। कभी सीबीआई, कभी ईडी कभी आईटी द्वारा एक हीं मामले में बार-बार पुछने के नाम पर बुलाना तो कभी रेड करना, यह सारी कवायद केवल मानसिक और शारीरिक रूप से ह्रास करने और मीडिया के माध्यम से छवि को प्रभावित करने के लिए हीं किया जा रहा है। राजद प्रवक्ता ने कहा कि आने वाले दिनों में इन केन्द्रीय एजेंसियों की गतिविधियां और भी तेज होगी पर बिहार की जनता हकीकत को समझ रही है और आगे आने वाले चुनाव में भाजपा और उसके सहयोगी दलों को इसकी भारी किमत चुकानी होगी। बिहार में बदतर हुई कानून व्यवस्था, बढ़ती बेरोजगारी, महंगाई, पलायन, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी बुनियादी आवश्यकताओं की बदहाली से ध्यान भटकाने के लिए उनके सभी चालों और तिकड़मों को लोग समझ रहे हैं। और इसका जबाब देने का मन बना चुके हैं।

You may have missed