February 7, 2025

औरंगाबाद में जेल से रिहा करने से पहले कैदी की जमकर पिटाई, जानें क्या थी वजह

औरंगाबाद । जिले के दाउदनगर उपकारा में एक मामले में बंद औरंगाबाद के कैदी विकास कुमार की बुधवार को जेल से रिहा करने से पहले जमकर पिटाई की गई। 500 रुपये नहीं देने पर ऐसा किया गया। बुरी तरह से घायल विकास कुमार का इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है।

घायल विकास ने बताया कि 31 मई को शराब पीने के एक मामले में उसे जेल भेजा गया था। वह दाउदनगर उपकारा में बंद था। मंगलवार को उसकी जमानत होने के बाद उसका भाई बेल बॉन्ड साइन कराने के लिए दाउदनगर पहुंचा था। जेल के सिपाही आर. के यादव को उसके जमानत होने की जानकारी मिल गई थी जो कि गेट पर तैनात हैं।

उसने बेल बॉन्ड साइन होने से पहले पांच सौ रुपये देने को कहा तो विकास ने मना कर दिया। उसने कहा कि वह जेल में बंद है और उसके पास पैसे नहीं है। सुबह 11:30 बजे से वह उसके भाई को इधर से उधर भगाया रहा। शाम में जब उसके भाई ने पैसे देने की बात स्वीकार कर ली तो बेल बॉन्ड साइन कर दे दिया गया।

उसने सौ रुपये वहां गेट पर सिपाही को दिए थे। बुधवार को उसका भाई दाउदनगर उपकारा पर आया लेकिन उससे पहले करीब 11:30 बजे उसकी जमकर पिटाई की गई। यहां सिपाही रंजीत कुमार और किसी दूसरे मामले में बंद कैदी पिट्टू यादव ने उसे पीटा। उसके पीठ, बांह और पैर पर जमकर लाठी से वार किया गया जिससे वह बुरी तरह घायल हो गया।

केवल पैसे नहीं देने और गलत का विरोध करने के कारण उसके साथ ये निर्दयता की गई। उसने कई लोगों से इसकी शिकायत की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। उसे दिन में खाने के लिए कुछ भी नहीं दिया गया। देर शाम उसे यहां से रिहा किया गया। जब उसके भाई ने उसकी हालत देखी तो वह फफक कर रो पड़ा।

परिजनों ने इसकी शिकायत वरीय अधिकारियों से करने की बात कही है। इस संबंध में एसपी सुधीर कुमार पोरिका ने बताया कि मामला जेल से संबंधित है। जेल अधीक्षक को इसकी जांच करने के लिए कहा जाएगा। किसी के साथ भी अनावश्यक मारपीट की बात को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

औरंगाबाद के डीएम सौरभ जोरवाल ने कहा, ‘जिस सिपाही ने मारपीट की है। उस पर कड़ी कार्रवाई होगी। उसे निलंबित कराया जाएगा और विभागीय कार्रवाई भी की जाएगी। पूरे मामले की जांच करने का निर्देश दिया जा रहा है।’

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