February 6, 2025

वृंदावन के प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा और रात्रि दर्शन अनिश्चितकाल तक स्थगित, खराब स्वास्थ्य और विरोध के कारण लिया गया फैसला

मथुरा। संत प्रेमानंद महाराज के रात्रि दर्शन अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिए गए हैं। यह निर्णय गुरुवार को आश्रम प्रबंधन ने लिया। बताया गया कि महाराज जी का स्वास्थ्य अनुकूल नहीं है जिसके कारण अनिश्चितकाल के लिए रात्रि दर्शन नहीं होंगे।वहीं 2 दिन पहले NRI ग्रीन की महिलाओं ने प्रेमानंद के रात्रि दर्शन को लेकर विरोध प्रदर्शन किया था और प्रशासन से शिकायत की थी। माना जा रहा है कि प्रदर्शन और शिकायत के बाद भी रात्रि दर्शन को बंद किया गया है। श्री हित राधा केली कुंज परिकर ने जारी की सूचना रात्रि दर्शन बंद करने के बारे के केली कुंज आश्रम ने सूचना जारी की है। आप सभी को सूचित किया जाता है कि पूज्य महाराज जी के स्वास्थ व बढ़ती हुई भीड़ को देखते हुए, पूज्य महाराज जी, जो पद यात्रा करते हुए रात्रि 2 बजे से श्री हित राधा केलि कुंज जाते थे, जिसमें सब दर्शन पाते थे, वो अनिश्चित काल के लिए बंद किया जाता है। संत प्रेमानंद महाराज रात में आवास से आश्रम से निकलते हैं संत प्रेमानंद महाराज प्रतिदिन देर रात 2 बजकर 20 मिनट पर अपने निवास स्थान श्री कृष्ण शरणम् सोसाइटी से शिष्यों के साथ पदयात्रा पर निकलते हैं। वह इस दौरान रास्ते में खड़े भक्तों को दर्शन देते हुए करीब डेढ़ किलोमीटर दूर रमणरेती में स्थित अपने आश्रम केली कुंज पहुंचते हैं। करीब 45 मिनट के इस सफर के दौरान बड़ी संख्या में लोग उनके दर्शनों के लिए रास्ते के दोनों तरफ खड़े रहते हैं। 2 दिन पहले संत प्रेमानंद महाराज के रात्रि भ्रमण पर हुआ था विवाद प्रेमानंद महाराज के रात्रि भ्रमण पर निकलने को लेकर विवाद हुआ था। निवास स्थान से आश्रम जाने वाले रास्ते में पड़ने वाली सोसायटी की महिलाओं ने 2 दिन पहले 4 फरवरी को विरोध किया। महिलाओं का आरोप है कि जब महाराज जी निकलते हैं तब तेज आवाज में ढोल बजते हैं तो कभी-कभी आतिशबाजी भी की जाती है। इससे उनकी नींद पूरी नहीं हो पा रही। NRI ग्रीन सोसाइटी के निवासियों ने किया प्रदर्शन वृंदावन में NRI ग्रीन के वाशिंदे ने हाथों में तख्तियां लेकर विरोध प्रदर्शन किया। महिलाओं ने तख्तियां में लिखा था यह कौन सी भक्ति और दर्शन है। यह तो शक्ति का प्रदर्शन है। महिलाओं ने कहा- धर्म के नाम पर लोग नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। महिलाओं ने कहा- नहीं हो पा रही नींद पूरी महिलाओं ने कहा- देर रात तेज आवाज में ढोल नगाड़े बजते हैं। शोर शराबा होने के कारण वह लोग ढंग से सो नहीं पा रहे हैं। उनकी नींद पूरी नहीं हो रही। सुबह बच्चों को स्कूल जाना होता है, पति काम पर जाते हैं। इसके अलावा कई महिलाएं भी नौकरी पेशा है उनको काम पर जाने में देरी हो जाती है। इसकी वजह से आए दिन ऑफिस से सुनना पड़ता है। मना करने पर भी नहीं मानते लोग सोसाइटी प्रदर्शन करने पर केली कुंज आश्रम से जुड़े लोगों ने कहा- रास्ते में खड़े होने वाले लोग महाराज जी के शिष्य नहीं हैं और न ही उनको महाराज जी या उनसे जुड़े किसी भी शिष्य की ओर से उन्हें बुलाया जाता है। यह लोग कई बार लाउड स्पीकर पर भजन कीर्तन करते हैं जिसको लेकर मना भी किया जाता रहा है। पदयात्रा के दौरान ध्वनि प्रदूषण न करने की हमेशा अपील की जाती रही है।

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