प्रधानमंत्री की अदूरदर्शिता से बना भय का माहौल- डॉ मदन मोहन झा
पटना।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की बात कार्यक्रम में काल्पनिक और मनगढ़ंत डर को बेचने का काम किया। ये बातें प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष डॉ मदन मोहन झा ने कही। उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा देश के वैज्ञानिकों के अथक परिश्रम को अपने खाते में जोड़ने की ललक आज दिखाई पड़ी। दवा कंपनियों के प्रवक्ता के तौर पर प्रधानमंत्री ने आज डर का सौदा किया। उन्हें ये भी बताना चाहिए था कि टीके की उपलब्धता और पूरे देश को टीकाकरण कब तक हो पाएगी या कोरोना का दंश झेल बर्बादी के कगार पर पहुंचे आर्थिक गतिविधियों को कब तक पटरी पर लाएंगे?
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि देशवासियों को ऑक्सीजन और दवा नहीं पहुंचा सकने वाले प्रधानमंत्री ने वैक्सीन निर्माण के शोध में न तो रुपये लगाएं और न ही पहले से ऑर्डर दिया। लेकिन अपने आदत के अनुरूप क्रेडिट लेने सबसे पहले मैदान में आ गए। आनन फानन में 1 मई से टीकाकरण की शुरुआत तो कर दी गयी।परंतु अब 21 जून से वैक्सीन की मुफ्त सप्लाई की बात कहने लगे। टीकाकरण नीति पर संशय व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि जब पूरे देश को मुफ्त टीकाकरण की बात कह रहे हैं।तो 25 फीसदी निजी अस्पतालों को वैक्सीन क्यों दी जा रही है?
मुफ्त अनाज योजना पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि ये देर से लिया गया महत्वपूर्ण फैसला है।साथ ही उन्होंने कहा कि वैक्सीन उत्पादन करने वाली कम्पनियों के उत्पादन पर नजर रखने के लिए कमिटी के गठन किये बगैर मुनाफाखोरी के लिए उन्होंने 25 प्रतिशत की हिस्सेदारी उन कम्पनियों को दे रखी है।