लालू यदाव के साले के घर पुलिस की दबिश : ढोल नगाड़े के साथ चिपकाया नोटिस, जमीन कब्जा से जुड़ा है मामला
पटना। राजद प्रमुख लालू यादव की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है. एक तरफ ‘लैंड फॉर जॉब’ घोटाले में लालू प्रसाद के छोटे-बेटे पर ED की कार्रवाई चल रही है। वहीं दूसरी तरफ जबरन जमीन पर कब्जा करने के मामले में लालू प्रसाद यादव के साले सुभाष यादव भी बड़ी मुसीबत में पड़ते हुए दिखाई दे रहे हैं। आज देर शाम पटना के हवाई अड्डा थाना क्षेत्र राजा बाजार स्थित कौटिल्य नगर विधायक कॉलोनी स्थित आवास पर बिहटा पुलिस ने नोटिस चस्पा किया है। जिसमें पिछले साल दर्ज केस में फरार चल रहे पूर्व सांसद को थाने में हाजिर होने के लिए कहा गया है। बता दें कि, पूर्व सांसद सुभाष यादव कोर्ट की गिरफ्तारी का जारी किया है, जिसके बाद से वह फरार चल रहे हैं। ऐसे में सुभाष यादव के घर पर ढोल नगाड़े के साथ पुलिस पहुंची व उनके घर के गेट पर नोटिस चस्पा किया गया है। नोटिस के अनुसार, अगर वह सरेंडर नहीं करते हैं, तो उनके खिलाफ कुर्की जब्ती की कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि, पिछले साल मई महीने में बिहटा थाने में उनके खिलाफ दबंगई से जमीन रजिस्ट्री कराने का मामला दर्ज किया गया है। सुभाष यादव, उनकी पत्नी, बेटा सहित 7 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। मिली जानकारी के अनुसार, मामला 27 फरवरी 2021 का है।
पीड़ित नेउरा थाना भीम वर्मा, पिता सुरेश वर्मा ने प्राथमिकी में बताया कि मैंने गांव के ही अरूण कुमार से तीन महीने के लिए जमीन का एग्रीमेंट किया था पर अरूण सिंह ने जमीन के पैसे नहीं दिए व एग्रीमेन्ट पेपर भी नहीं दिया। वही इसके बाद पूर्व राज्यसभा सांसद सुभाष प्रसाद यादव की पत्नी रेणु देवी को 96 लाख में जमीन रजिस्ट्री कर दिया। भीम वर्मा ने आरोप लगाया कि जमीन रजिस्ट्री कराने से पहले सुभाष यादव को बताया गया था कि जमीन को लेकर पहले से अरूण कुमार से एग्रीमेन्ट है, तो सुभाष प्रसाद यादव बोलें कि फिर भी जमीन हम ले लेंगे। अगले दिन सुभाष कुमार ने मुझे मेरी मां व भाई के साथ अपने घर बुलाया। उन्होंने आरोप लगाया कि सुभाष यादव ने मां और भाई को बंधक बनाकर मुझसे 60 लाख 50 हजार मंगवाए। जब मैंने लिखित में मांगा तो उन्होंने गोली मारने की धमकी दी। इतना ही नहीं उन्होंने धमकाया कि अगर इस बारे में किसी को बताया तो तुम्हारी हत्या करवा देंगे।