पटना में सीएम नीतीश ने 117 पुलिस वाहनों को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना, अधिकारियों से ली जानकारी

पटना। राजधानी पटना में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को 01 अणे मार्ग से सड़क सुरक्षा, यातायात व्यवस्था एवं मानव व्यापार निषेध के सुदृढ़ीकरण हेतु 117 पुलिस वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। मुख्यमंत्री ने पुलिस वाहनों के लोकार्पण के पूर्व उसका निरीक्षण किया और उसकी कार्य प्रणाली के संबंध में अधिकारियों से जानकारी ली। कार्यक्रम की शुरूआत में अपर पुलिस महानिदेशक, यातायात सुधांशु कुमार ने मुख्यमंत्री को हरित पौधा भेंटकर स्वागत किया। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा, जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी, ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक चौधरी, सांसद देवेश चन्द्र ठाकुर, विधान पार्षद संजय कुमार सिंह उर्फ गांधीजी, विधान पार्षद ललन सर्राफ, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा, पुलिस महानिदेशक आरएस भट्टी, गृह विभाग के प्रधान सचिव अरविंद कुमार चौधरी, अपर पुलिस महानिदेशक, स्पेशल ब्रांच सुनील कुमार, अपर पुलिस महानिदेशक, यातायात सुधांशु कुमार, अपर पुलिस महानिदेशक, बजट पारसनाथ, परिवहन विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह सहित अन्य वरीय पदाधिकारी उपस्थित थे। बता दे की पटना तेजी से विकसित हो रहे महानगरों में से एक है। यहां की बढ़ती जनसंख्या और अपराध दर को देखते हुए शहर की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाना अत्यंत महत्वपूर्ण हो गया है। इसी संदर्भ में, पुलिस वाहन और डायल 112 सेवा का महत्व और भी अधिक हो जाता है। इसके लिए राज्य सरकार लगातार सुरक्षा और यातायात के संबंध में कार्य कर रहा है जिसको देखते हुए शुक्रवार को मुख्यमंत्री ने पटना पुलिस को 112 पुलिस वाहन समर्पित किया जिसके बाद अब डायल 112 की सेवा में और अधिक तेजी आएगी। वहीं इसके बाद अब आपातकालीन सेवाओं की तीव्र प्रतिक्रिया समय अपराधियों को पकड़ने और अपराधों को रोकने में सहायक होगी। डायल 112 सेवा के माध्यम से नागरिकों को किसी भी प्रकार की आपात स्थिति, जैसे कि चोरी, डकैती, आगजनी, और स्वास्थ्य संबंधित आपातकालीन स्थितियों में तुरंत मदद मिलेगी। बता से की यह सेवा 24/7 उपलब्ध है, जिससे किसी भी समय सहायता प्राप्त की जा सकती है। वही पटना में बढ़ते अपराधों के बीच पुलिस वाहन और डायल 112 सेवा अपराध की रोकथाम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। गश्ती वाहन लगातार शहर के विभिन्न हिस्सों में घूमते रहते हैं, जिससे अपराधियों में भय बना रहता है। इसके अलावा, डायल 112 सेवा के माध्यम से नागरिक तुरंत पुलिस को सूचित कर सकते हैं, जिससे पुलिस समय रहते घटनास्थल पर पहुंचकर अपराध को रोक सकती है। वही इस सेवा के बाद अपराध के नियंत्रण में यह पुलिस वाहन महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले हैं। पटना में पुलिस वाहन और डायल 112 सेवा ने जनसुरक्षा में उल्लेखनीय सुधार किया है। पुलिस वाहन नियमित रूप से गश्त करते हैं, जिससे नागरिकों में सुरक्षा का भाव बढ़ता है। इसके अलावा, डायल 112 सेवा के माध्यम से नागरिक किसी भी आपात स्थिति में तुरंत सहायता प्राप्त कर सकते हैं, जिससे उनकी सुरक्षा सुनिश्चित होती है। इस सेवा का उद्देश्य केवल अपराध रोकना ही नहीं, बल्कि नागरिकों को आपात स्थिति में समय पर सहायता प्रदान करना भी है। पटना में महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा के लिए पुलिस वाहन और डायल 112 सेवा का विशेष महत्व है। महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराधों में वृद्धि को देखते हुए, इन सेवाओं का होना अत्यंत आवश्यक है। डायल 112 सेवा के माध्यम से महिलाएं और बच्चे किसी भी प्रकार की आपात स्थिति में तुरंत मदद प्राप्त कर सकते हैं। पुलिस वाहन भी नियमित गश्त करते हैं, जिससे महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित होती है। पटना में पुलिस वाहन और डायल 112 सेवा के माध्यम से बेहतर यातायात प्रबंधन भी संभव हो सका है। ट्रैफिक पुलिस वाहन सड़क दुर्घटनाओं को कम करने और यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। दुर्घटना या यातायात जाम की स्थिति में डायल 112 सेवा के माध्यम से तुरंत सहायता प्राप्त की जा सकती है, जिससे यातायात व्यवस्था को शीघ्र सामान्य किया जा सकता है। पटना में पुलिस वाहन और डायल 112 सेवा की आवश्यकता अनिवार्य है। ये सेवाएं आपात स्थिति में त्वरित सहायता प्रदान करने, अपराध की रोकथाम, जनसुरक्षा में सुधार, महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा, बेहतर यातायात प्रबंधन और निवारक उपाय के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। इन सेवाओं के माध्यम से पटना शहर को और अधिक सुरक्षित और संरक्षित बनाया जा सकता है, जिससे नागरिक बिना किसी भय के अपने दैनिक जीवन को जी सकते हैं।

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