पटना में मुख्यमंत्री डायल-112 की 1433 पुलिस वाहनों को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना, सुदृढ़ होगी पुलिसिंग व्यवस्था
पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को ईआरएसएस (इमरजेंसी रिस्पांस सपोर्ट सिस्टम) परियोजना (डायल-112) के तहत 1,433 पुलिस वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। आपकी सुरक्षा, हमारी जिम्मेदारी के तहत आपात नंबर सेवा 112 के प्रथम चरण का विस्तारीकरण एवं द्वितीय चरण के क्रियान्वयन हेतु लोकार्पित हुए 1,433 पुलिस वाहनों में 883 चार पहिया वाहन एवं 550 दो पहिया वाहन शामिल है। इन पुलिस वाहनों की उपलब्धता से राज्य में पुलिसिंग व्यवस्था सुदृढ़ होगी। साथ ही पुलिस की कार्यक्षमता एवं दक्षता और अधिक बढ़ेगी। इससे विधि व्यवस्था के संधारण में काफी सहूलियत मिलेगी। 1 अणे मार्ग प्रांगण में आयोजित लोकार्पण कार्यक्रम में अपर पुलिस महानिदेशक वितंतु एवं तकनीकी सेवा निर्मल कुमार आजाद ने मुख्यमंत्री को पौधा भेंटकर उनका अभिनन्दन किया। इन वाहनों के डायल-112 में शामिल होने के बाद अब कुल 1,833 पुलिस वाहनों के साथ-साथ 1,586 एम्बुलेंस सेवा एवं 805 अग्निशमन सेवा के वाहन एकीकृत रूप से जन कल्याणकारी, आपाताकालीन सेवा डायल-112 के तहत 24 घंटे कार्यरत रहेंगे। लोकार्पित हुए 1,433 पुलिस वाहनों में 5-जी टेक्नोलॉजी एवं अत्याधुनिक जीपीएस डिवाइस भी लगाए गए हैं, जिसके माध्यम से वाहनों का लोकेशन पटना स्थित कमांड एंड कंट्रोल सेन्टर से ट्रैक करने के अलावा समन्वय भी स्थापित किया जा सकेगा। पटना स्थित कमांड एंड कंट्रोल सेन्टर के नेटवर्क स्पीड को 50 एमबीपीएस से बढ़ाकर 300 एमबीपीएस किया गया है। डाटा सर्वर को भी उत्क्रमित किया जा रहा है। डायल-112 की सुविधा प्राप्त करने हेतु पीड़ित व्यक्ति ई-मेल, 112 ऐप, पैनिक बटन एवं एसएमएस के माध्यम से आपातकालीन सेवा प्राप्त कर सकता है। डायल-112 आपातकालीन सेवा पुलिस सहायता, अगलगी की घटना, चिकित्सा सहायता, महिलाओं, बच्चों एवं वरिष्ठ नागरिकों को मदद पहुंचाने में काफी कारगर साबित हो रही है। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा, शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव आमिर सुबहानी, पुलिस महानिदेशक आरएस भट्टी, गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव-सह-मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, गृह विभाग के सचिव प्रणव कुमार, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह सहित अन्य वरीय अधिकारीगण उपस्थित थे।