PATNA : PMCH में ‘खूनी दलालों’ का खेल, टाटा वार्ड में पकड़ा गया प्राइवेट लैब का दलाल
पटना। बिहार की बड़े अस्पतालों में शुमार पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पीटल (पीएमसीएच) में ‘खूनी दलालों’ का गंदा खेल चल रहा है। दलाल गरीबों का खून चूस रहे हैं और इस पर अंकुश लगाने में स्वास्थ्य विभाग निष्क्रिय साबित हो रही है। कुछ ऐसा ही मामला शुक्रवार को टाटा वार्ड में सामने आया। यहां एक दलाल को दबोचा गया, जो अस्पताल के पास स्थित सब्जीबाग में स्थित लाल पैथोलॉजी से जुड़ा है। इमरजेंसी इंचार्ज डॉ. अभिजीत कुमार की टीम को इसकी शिकायत मिली थी, जिसके बाद छापेमारी में उसे पकड़ा गया।
पीएमसीएच में दलालों का बड़ा रैकेट
पटना मेडिकल कॉलेज में दलालों का बड़ा रैकेट चल रहा है। पीएमसीएच में रोक के बावजूद दलाल और एंबुलेंस चालक मंडराते रहते हैं। दलालों-एंबुलेंस चालक द्वारा यहां से मरीजों को आसपास स्थित निजी अस्पताल में ले जाने के एवज में मोटी रकम भी दी जाती है। अब जो नया मामला सामने आया है, उससे यह साबित हो गया है कि अभी भी पीएमसीएच में खून के दलालों की पौ बारह है। यह पहला मामला नहीं है, पूर्व में भी ऐसे दलाल पकड़े जाते रहे हैं। इस पर अंकुश लगाने को लेकर पीएमसीएच में पुलिस चौकी की स्थापना की गई और जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं। इसके बाद भी दलालों पर अंकुश नहीं लग रहा है।
लाल पैथोलॉजी से जुड़ा है दलाल
पकड़ा गया दलाल अंकुश सब्जीबाग में स्थित लाल पैथोलॉजी से जुड़ा है। इमरजेंसी के इंचार्ज डॉ. अभिजीत को दलालों की शिकायत लगातार मिल रही थी। शुक्रवार को टीम बनाए और सुबह ही इमरजेंसी के टाटा वार्ड पहुंच गए। टाटा वार्ड में दलाल को खून निकालते हुए पकड़ लिया गया। डॉ. अभिजीत ने बताया कि पकड़े गए युवक ने खुद को लाल पैथोलॉजी से जुड़े होने की बात कही है। वह कई मरीजों का खून जांच के लिए ले लिया था। मरीजों को भ्रमित किया था कि पटना मेडिकल कॉलेज में जांच कराने पर देरी से रिपोर्ट आएगी जबकि वह थोड़ी देर में जांच की रिपोर्ट दे देगा। डॉक्टरों की टीम ने उसे पकड़कर पीएमसीएच टीओपी पुलिस को सौंप दिया है। पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर रही है।