स्टेच्यू ऑफ यूनिटी पर पीएम मोदी ने सरदार पटेल को दी श्रद्धांजलि, तुष्टीकरण की राजनीति करने वालों पर हमला बोला
- पीएम मोदी बोले- हमें सरदार आशीर्वाद दे रहे होंगे, अगले 25 सालों में भारत को विकसित राष्ट्र बनाना है
अहमदाबाद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात दौरे के दूसरे दिन सुबह 8 बजे नर्मदा जिले के केवडिया स्थित पहुंचे। उन्होंने यहां लौह पुरूष और देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की 148वीं जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि दी। पटेल की यहां 182 मीटर ऊंची दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति है। इसे स्टैच्यू ऑफ यूनिटी कहा जाता है। इसके बाद पीएम ने लोगों को संबोधित किया। अपने संबोधन में देश की एकता और अखंडता के साथ-साथ कश्मीर में 370 को हटाए जाने पर भी बात की। साथ ही उन्होंने तेजी से बढ़ रही देश की विकास यात्रा का भी जिक्र किया। उन्होंने किसी का नाम लिए बिना तुष्टीकरण की राजनीति करने वालों पर भी हमला बोला। तुष्टिकरण की राजनीति करने वाले लोग आज अपने मंसूबे में कामयाब नहीं हो पा रहे हैं। इन तुष्टीकरण करने वालों को आतंकवाद भी नहीं दिखता है। यह धड़ा अपने स्वार्थ के लिए देश की एकता पर चोट कर देश को नुकसान पहुंचाता है। इतना ही नहीं, ये लोग आतंकियों को बचाने के लिए रात को अदालत तक खुलवाते हैं। हमें इन लोगों से सतर्क रहना है। बीते 9 वर्षों में देश ने देखा है कि जब सबका प्रयास होता है, तो कुछ भी असंभव नहीं होता। किसने सोचा था कि कभी कश्मीर आर्टिकल 370 से मुक्त भी हो सकता है। लेकिन, आज कश्मीर और देश के बीच आर्टिकल 370 की वह दीवार गिर चुकी है। सरदार पटेल जहां भी होंगे, इस बात को लेकर सबसे ज्यादा प्रसन्नता का अनुभव करते हुए हमें आशीर्वाद दे रहे होंगे। आज कश्मीर के युवा भी खुली हवा में सांस ले रहे हैं और देश के विकास में कंधे से कंधा मिलाकर आगे बढ़ रहे हैं। अमृतकाल में भारत ने गुलामी की मानसिकता को त्यागकर आगे बढ़ने का संकल्प लिया है। हम विकास भी कर रहे हैं और अपनी विरासत का संरक्षण भी कर रहे हैं। भारत ने अपनी नौसेना के ध्वज पर लगे गुलामी के निशान को मिटा दिया है। गुलामी के दौर में बनाए गए गैर जरूरी कानूनों को भी हटाया जा रहा है। आईपीसी की जगह भी भारतीय न्याय संहिता लाई जा रही है। भारत के लोगों ने अब गुलामी की मानसिकता को तोड़कर आगे बढ़ने का संकल्प ले लिया है। आज हमारी एकता सरदार पटेल के सपने को पूरा कर रही है। जिस तरह 15 अगस्त हमारे देश की स्वतंत्रता का और 26 जनवरी हमारे गणतंत्र के जयघोष का दिन है। उसी तरह 31 अक्टूबर का दिन राष्ट्रीयता के संचार का पर्व बन गया है। हमें गर्व है कि आज भारत चांद पर वहां पहुंचा है, जहां दुनिया का कोई देश नहीं पहुंच पाया। हमें गर्व है कि आज भारत तेजस जेट से लेकर आईएनएस विक्रांत तक खुद बना रहा है। हमारे प्रोफेशनल्स दुनिया की कई अरबो-खरबों की कंपनियां चला रहे हैं। हमें गर्व है है देश के बेटे-बेटियां मेडल्स जीत रहे हैं। कोरोना महामारी के बाद आज कई देशों की आर्थिक स्थिति खराब है। कुछ देश अभी भी मुद्रास्फीति से बाहर नहीं आ पाए हैं और वहां दिनों-दिन बेरोजगारी बढ़ती जा रही है। ऐसे में भारत प्रगति का परचम लहरा रहा है। हम विपरीत परिस्थितियों में भी नए-नए कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं। भारत में गरीबी कम हो रही है। पांच साल में 13.5 करोड़ से ज्यादा लोग गरीबी से बाहर आ चुके हैं। इससे एक बात तो साबित हो गई है कि देश से गरीबी मिटाई जा सकती है। पूरी दुनिया भारत की सराहना कर रही है। हमें गर्व है कि जब दुनिया युद्ध और अन्य संकटों का सामना कर रही है, तब भी हमारी सीमाएं सुरक्षित हैं। हमें गर्व है कि हम जल्द ही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति बनने वाले हैं। आने वाले 25 साल भारत के लिए इस शताब्दी के सबसे महत्वपूर्ण 25 साल हैं। इन 25 वर्षों में हमें समृद्ध बनना है, हमें भारत को विकसित बनाना है। पीएम ने कहा- संकल्प से सिद्धि का एक बहुत बड़ा उदाहरण हमारे केविडया का यह एकता नगर भी है। आज एकता नगर की पहचान ग्लोबल ग्रीन सिटी के तौर पर हो रही है। यही वो शहर है जहां से दुनिया भर के देशों का ध्यान खींचने वाले मिशन लाइफ की शुरुआत हुई थी। आज यहां रिवर राफ्टिंग, एकता क्रूज, एकता मॉल, एकता नर्सरी, आरोग्य वन और जंगल सफारी आदि पर्यटकों को बहुत आकर्षित कर रहे हैं। देश ही नहीं, दुनिया भर के पर्यटक यहां आ रहे हैं।