प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रामविलास पासवान की बरसी पर लिखा पत्र, कहा- यह मेरे लिए भावुक दिन, युवा नेता उनके जीवन से ले सकते हैं सीख

पटना । राजधानी पटना के कृष्णापुरी स्थित लोजपा नेता चिराग पासवान के आवास पर उनके पिता व पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान की बरसी का आयोजन हो रहा है। इस मौके पर कई बड़े नेता मौजूद होंगे।

इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रामविलास पासवान को श्रद्धांजलि देते एक पत्र लिखा है। चिराग पासवान ने इस पत्र के लिए प्रधानमंत्री का आभार जताया। चिराग ने पीएम को पत्र को फेसबुक पर शेयर करते लिखा कि पिता जी के बरखी के दिन आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संदेश मिला है।
सर आपने पिता जी के पूरे जीवन के सारांश को अपने शब्दों में पिरो कर उनके ओर से समाज के लिए किए गए कार्यों का सम्मान किया है व उनके प्रति अपने स्नेह को प्रदर्शित किया है। यह पत्र मेरे और मेरे परिवार को इस दु:ख की घड़ी में शक्ति प्रदान करता है। आप का स्नेह व आशीर्वाद हमेशा बना रहे।’
प्रधानमंत्री ने अपने पत्र में लिखा है कि देश के महान सपूत, बिहार के गौरव और सामाजिक न्याय की बुलंद आवाज रहे स्व. रामविलास पासवान जी को मैं अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। यह मेरे लिए बहुत भावुक दिन है।
मैं आज उन्हें न केवल अपने आत्मीय मित्र के रूप में याद कर रहा हूं बल्कि भारतीय राजनीति में उनके जाने से जो शून्य उत्पन्न हुआ है, उसे भी अनुभव कर रहा हूं। स्वतंत्र भारत के राजनीतिक इतिहास में पासवान जी का हमेशा अपना एक अलग स्थान रहा। वे एक बहुत ही सामान्य पृष्ठभूमि से उठकर शीर्ष तक पहुंचे।
पीएम मोदी का कहना है कि जो युवा राजनीति के जरिए देश सेवा करना चाहते हैं वह पासवान जी के जीवन से काफी कुछ सीख सकते हैं। पीएम ने पत्र में लिखा, ‘एनडीए सरकार के छह वर्षों में भी उन्होंने इसी ऊर्जा के साथ स्वयं को जनहित से जुड़े निर्णय के लिए समर्पित रखा।
उनके प्रयासों में देश को उपभोक्ता अधिकार और पब्लिक डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम से जुड़े अनेक प्रभावी कदम उठाने में दिशा मिली। आज जो युवा राजनीति को जानना और समझना चाहते हैं या फिर राजनीति के माध्यम से देश की सेवा करना चाहते हैं पासवान जी का जीवन उन्हें काफी कुछ सिखा सकता है।
पीएम मोदी ने कहा कि सत्ता के शीर्ष पर पहुंच कर भी वह हमेशा अपने कार्यकतार्ओं के लिए सुलभ रहते थे और उनके सुख दुख में भागीदार रहते थे। उन्होंने हमेशा संवाद और सौहार्द में भरोसा किया। यही वजह है कि हर राजनीतिक दल के नेताओं के साथ उनके मधुर संबंध रहे।
हमेशा चेहरे पर मुस्कान लिए मिलने वाले रामविलास जी सभी के थे, जन-जन के थे। मैं रामविलास जी के परिवार के सभी सदस्यों के लिए उनके सभी समर्थकों के लिए बेहतर स्वास्थ्य और सुख समृद्धि की कामना करता हूं।