दरभंगा में पीएम ने की चुनावी सभा: इंडी गठबंधन पर किया हमला, बिहारियों के अपमान की दिलाई याद

- दरभंगा में मोदी बोले- इस समय यहां दो शहजादे, एक देश को तो दूसरा बिहार को अपनी जागीर समझता है
दरभंगा/पटना। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को चुनाव प्रचार करने एक बार फिर बिहार पहुंचे। प्रधानमंत्री ने दरभंगा में एनडीए समर्थित उम्मीदवार गोपाल जी ठाकुर के पक्ष में लोगों से वोट देने की अपील करते हुए एक बार फिर बिहार की बदहाली को लेकर लालू प्रसाद यादव की जंगलराज पर हमला बोला। पीएम ने मंच से हाथ हिला कर दरभंगा के लोगों का अभिनंदन किया। पीएम ने मैथिली में अपना संबोधन शुरू किया। उन्होंने कहा राजा जनक, सीता मैया के पावन मिथिला भूमि के नमन करए छी। मोदी ने भारत माता की जय और जय श्री राम भी कहा। उन्होंने कहा कि 500 साल के इंतजार को परिपूर्ण कर अयोध्या में भगवान राम का मंदिर बना है। पीएम ने कहा कि कोरोना संकट के दौरान दिल्ली और महाराष्ट्र में इंडी गठबंधन की सरकार थी। इन लोगों ने बिहार के लोगों को वहां से भगा दिया। आज वही लोग आपसे वोट मांगने आ रहे है। क्या आप उन्हें माफ करेंगे क्या? उन्होंने कहा, जैसे दिल्ली में एक शहजादे हैं। वैसे ही बिहार में भी एक शहजादे हैं। एक ने देश तो एक ने बिहार को जागीर समझा है। दोनों के रिपोर्ट कार्ड एक जैसे हैं। इनके रिपोर्ट कार्ड में भ्रष्टाचार के अलावा कुछ नहीं है। लालू प्रसाद पर निशाना साधते हुए पीएम ने कहा, बिहार के शहजादे के पिता जी ने मुस्लिमों को आरक्षण में से कोटा निकालने की बात कही थी। मंच पर एनडीए नेताओं के साथ सीएम नीतीश कुमार भी मौजूद रहे। पीएम नरेंद्र मोदी दरभंगा के साथ-साथ झंझारपुर, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, उजियारपुर की सीट को भी साधने की कोशिश करेंगे। इससे पहले लोकसभा चुनाव 2014 और 2019 में इसी मैदान में पीएम की सभा हुई थी। एक महीने के अंदर पीएम मोदी का 5वां बिहार दौरा है। इधर, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को पीएम मोदी के दरभंगा दौरे पर निशाना साधा है। तेजस्वी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में कहा था कि एम्स चालू हो चुका है। आज प्रधानमंत्री खुद आकर देख लें कि क्या स्थिति है।
पीएम ने लालू पर साधा निशाना
बिहार के शहजादे के पिता जी ने मुस्लिमों को आरक्षण में से कोटा निकालने की बात कही थी। रेल अधिकारियों को कहा था कि मुस्लिमों को कोटा दिया जाए। ये एससी-एसटी का आरक्षण छीन कर मुसलमानों को देना चाहते हैं।
जंगलराज की याद दिलाई
पीएम मोदी ने कहा कि 2005 के पहले बिहार में जंगलराज था। महिलाएं बाहर नहीं निकल पाती थीं। जमीनें लिखवा ली जाती थीं। नीतीश जी बिहार के विकास के लिए काम कर रहे हैं।
बिहार को लालटेन के दौर में नहीं जाने देना है
जब गोधरा में कार सेवकों को जलाया गया था, तब दोषियों को बचाने के लिए इंडी गठबंधन के लोगों ने कमिटी बनाई थी। अदालत ने उनके कमिटी की रिपोर्ट को कचरे में फेंक दिया। यहीं इनका इतिहास है। हमें बिहार को लालटेन के दौर में नहीं जाने देना है।
तेजस्वी को पीएम ने शहजादा बताया
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में राहुल गांधी और तेजस्वी यादव पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, जैसे दिल्ली में एक शहजादे हैं। वैसे ही बिहार में भी एक शहजादे हैं। एक ने देश तो एक ने बिहार को जागीर समझा है। दोनों के रिपोर्ट कार्ड एक जैसे हैं। इनके रिपोर्ट कार्ड में भ्रष्टाचार के अलावा कुछ नहीं है।
देश के जवानों को बांटने की कोशिश जारी
इंडी गठबंधन के लोग सेना में कौन हिंदू और कौन मुस्लिम है की बात करते है। सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक पर सवाल उठाते है। देश के जवानों को बांटने की बात करते है।
कांग्रेस विरासत पर फतवा टैक्स लाना चाहती है
हमें बिहार को लालटेन के दौर में वापस नहीं जाने देना है। दिल्ली वाले शहजादे नई बात लेकर आए हैं। हर मां बाप के मन में इच्छा रहती है कि मरने के बाद वो बच्चों को कुछ देकर जाए। कांग्रेस ऐसा कानून लाना चाहती है कि अब पिता के जाने के बाद बच्चों को कुछ नहीं मिलेगा। ये 55 फीसदी विरासत पर फतवा टैक्स लगाने का फैसला लाना चाहती हैं।
रेलवे पुलिस भी अलर्ट
रेल पुलिस भी अलर्ट मोड में रही। आरपीएफ और जीआरपी की पुलिस दरभंगा से लेकर सीतामढ़ी, रक्सौल और जयनगर तक संदिग्धों पर नजर रखी गई। लंबी दूरी से आने वाली ट्रेनों में छानबीन की गई। यात्रियों के सामान को खोलकर चेक गया। दरभंगा में वोटरों की कुल संख्या 17 लाख 74 हजार 289 है। जबकि मुजफ्फरपुर में कुल 17 लाख 11 हजार 892 वोटर्स हैं। वहीं, झंझारपुर में 32 लाख 792 हजार, उजियारपुर में 15 लाख 69 हजार 392, समस्तीपुर में 16 लाख 79 हजार 30, मधुबनी में 30 लाख 14 हजार 211 वोटर्स हैं।
2014 और 2019 में एनडीए को मिथिलांचल में बड़ी कामयाबी मिली
लोकसभा चुनाव 2014 और 2019 में भी राज मैदान में ही पीएम की सभा हुई थी। दोनों ही चुनाव में सिर्फ दरभंगा ही नहीं बल्कि, पूरे मिथिलांचल में एनडीए को बड़ी कामयाबी मिली थी। समस्तीपुर, उजियारपुर, मधुबनी, झंझारपुर, सीतामढ़ी, बेगूसराय और मुजफ्फरपुर लोकसभा क्षेत्र से एनडीए ने जीत हासिल की थी। 2019 के चुनाव में मिथिलांचल की हवा कोसी और सीमांचल तक पहुंची। नतीजा, एकमात्र सीट किशनगंज को छोड़कर सभी एनडीए की झोली में आ गई। दरअसल, राजनीति के मामले में दरभंगा पूरे मिथिला को ही नहीं, बल्कि कोसी क्षेत्र के सुपौल और मधेपुरा को भी प्रभावित करता है।
