पीके मात्र एक व्यापारी हैं, राजनीति में उनकी कोई भूमिका नहीं, न जाने उन्हें कहाँ से उनको आकाशवाणी होती है : उमेश कुशवाहा
पटना। जनता दल यूनाइटेड के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने प्रशांत किशोर पर पलटवार करते हुए कहा उनकी बातों का हमलोग कोई नोटिस नहीं लेते हैं। वो मात्र एक व्यापारी हैं, राजनीति में उनकी कोई भूमिका नहीं है। उन्हें न जाने कहाँ से आकाशवाणी होती रहती है। उमेश सिंह कुशवाहा जी ने कहा कि उनका माल जब देश में कहीं नहीं बिक रहा, कोई भी राजनैतिक दल उनकी सेवा नहीं ले रहा तो अब बिहार में घूम-घूम कर लोगों को गुमराह करने का काम कर रहे हैं पर बिहार लोकतंत्र की जननी रही है। यहाँ का बच्चा-बच्चा राजनीति समझता है। वो अनाप-शनाप बात करके भ्रम फैलाने में लगे हैं। जिसमें कोई सच्चाई नहीं है, हमारे सर्वमान्य नेता नीतीश कुमार अब भाजपा के साथ नहीं जा सकते, जिसकी सार्वजनिक रूप से घोषणा स्वयं मुख्यमंत्री ने कर दी है। वही प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि वो लगातार अनाप-शनाप बोलकर चर्चा में रहना चाहते हैं। आजकल भाजपा के लिए उनके हिसाब से काम कर रहे हैं। जो मर्जी में आता है बोलते रहते हैं, हमलोगों को उनसे कोई मतलब नहीं और न ही बिहार की जनता उनके झांसे में आने वाली है। हमलोग अपना काम कर रहे हैं। हमारी पार्टी अपने स्थापना काल से ही महापुरुषों की जयंती मनाती आई है। कल ही बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री, आधुनिक बिहार के निर्माता बिहार केसरी डॉ श्रीकृष्ण सिंह (श्रीबाबू) की जयंती समारोह में हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय राजीव रंजन सिंह मुजफ्फरपुर जा रहे हैं।
अतिपिछड़ा विरोधी चेहरा उजागर होने पर भाजपा के नेता बौखलाहट में कर रहे अनाप-शनाप बयानबाजी : उमेश कुशवाहा
इसके साथ ही उमेश सिंह कुशवाहा ने अतिपिछड़ा आयोग के गठन पर भाजपा नेताओं द्वारा दिए गए बयान के संदर्भ में पूछे जाने पर कहा कि भाजपा का अतिपिछड़ा विरोधी चेहरा उजागर हो जाने के बाद से उसके नेता बौखलाहट में हैं, वो लोग अपना आपा खो चुके हैं और अनाप-शनाप बयानबाजी कर रहे हैं। दूसरी ओर हमारे सर्वमान्य नेता नीतीश कुमार अतिपिछड़ा वर्ग के राजनैतिक, सामाजिक एवं आर्थिक उत्थान के लिए लगातार काम कर रहे हैं। 2006-07 से ही त्रिस्तरीय पंचायत एवं निकाय चुनाव में उन्हें आरक्षण देकर चुनाव करवाने का काम किया। आगे भी उनके रहते अतिपिछड़ा, दलित एवं महिलाओं को आरक्ष दिए बगैर प्रदेश में निकाय चुनाव नहीं होंगे। प्रदेश अध्यक्ष ने इसी के साथ सीमांचल को बदनाम करने की भाजपा द्वारा किये जा रहे प्रयासों की चर्चा करते हुए कहा कि पिछले दिनों जब केन्द्रीय गृह मंत्री की रैली का भाजपाइयों को मनोवांछित लाभ नहीं मिल तो अब प्रश्नपत्र का मामला उठाकर बिहार के आपसी सद्भाव एवं समरसता को बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है। जबकि उस मामले की जांच शुरू हो चुकी है और स्वयं शिक्षा मंत्री ने दोषी के विरुद्ध कार्रवाई करने को कहा है।