देश में जल्द ही दो से तीन रुपए सस्ता हो सकता पेट्रोल, कच्चे तेल की कीमतों में आई 12 फ़ीसदी की गिरावट
नई दिल्ली। भारत में पेट्रोल-डीजल की कीमतें जल्द ही 2-3 रुपये प्रति लीटर तक कम हो सकती हैं। इसकी मुख्य वजह कच्चे तेल की कीमतों में आई 12% की गिरावट है, जिससे ऑयल मार्केटिंग और रिफाइनिंग कंपनियों का मुनाफा बढ़ा है। रेटिंग एजेंसी इक्रा की रिपोर्ट के अनुसार, मार्च 2024 से कच्चे तेल की कीमतें लगातार गिर रही हैं और सितंबर में यह 74 डॉलर प्रति बैरल पर आ गई हैं, जबकि मार्च में यह 83-84 डॉलर प्रति बैरल थी। इसके परिणामस्वरूप पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कमी की संभावना जताई जा रही है। इक्रा के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट गिरीश कुमार कदम ने बताया कि मार्च से सितंबर के बीच कंपनियों का मुनाफा पेट्रोल पर 15 रुपये और डीजल पर 12 रुपये प्रति लीटर बढ़ा है। अगर कच्चे तेल की कीमतें स्थिर रहती हैं, तो पेट्रोल-डीजल की कीमतों में 2-3 रुपये की कटौती संभव हो सकती है। हालांकि, सरकार ने अभी तक इस पर कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया है, क्योंकि वह वैश्विक मंदी और ब्याज दरों में कटौती जैसी संभावित चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए सतर्क रुख अपना रही है। आंध्र प्रदेश में पेट्रोल की कीमतें सबसे अधिक हैं, जहां 108.46 रुपये प्रति लीटर पेट्रोल बिक रहा है। इसके बाद केरल, मध्य प्रदेश और बिहार में भी पेट्रोल की कीमतें 105 रुपये से ऊपर हैं। वहीं, आंध्र प्रदेश में डीजल की कीमत 96 रुपये प्रति लीटर है। केडिया एडवाइजरी के डायरेक्टर अजय केडिया ने बताया कि भारत सरकार ने कच्चे तेल की कीमतों को 85 डॉलर प्रति बैरल के करीब रखने का लक्ष्य रखा है, जबकि मौजूदा कीमतें 70-72 डॉलर प्रति बैरल पर हैं। इस गिरावट से भारत के इंपोर्ट बिल में सालाना 15-18 बिलियन डॉलर (1.26 से 1.51 लाख करोड़ रुपये) की संभावित बचत होगी, जिससे महंगाई कम होगी और बड़े निवेशों के लिए धन बचेगा। हालांकि, सरकार अभी भी कीमतों में कटौती को लेकर सतर्क है और यह निर्णय वैश्विक आर्थिक स्थिति, RBI की ब्याज दरों में बदलाव, और अन्य आर्थिक कारकों पर निर्भर करेगा।