बिहार बोर्ड कार्यालय के बाहर नर्सिंग अभ्यर्थियों का प्रदर्शन, इंटरव्यू कैंसिल होने पर जताया विरोध

पटना। बिहार की राजधानी पटना में मंगलवार को बिहार बोर्ड कार्यालय के बाहर सैकड़ों नर्सिंग अभ्यर्थियों ने जमकर प्रदर्शन किया। अभ्यर्थियों का आरोप था कि आज आयोजित होने वाला इंटरव्यू बिना किसी पूर्व सूचना के रद्द कर दिया गया है। प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों ने बताया कि वे सुबह पटना पहुंचे थे और तभी उन्हें इंटरव्यू के रद्द होने की जानकारी मिली। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने 4 जून को एक नोटिस जारी करते हुए आउटसोर्सिंग के आधार पर डॉक्टर, फिजियोथेरेपिस्ट, और नर्सिंग स्टाफ की सेवाएं प्राप्त करने के लिए सूचना प्रकाशित की थी। इसमें साक्षात्कार की तिथि 11 जून 2024 निर्धारित की गई थी। अभ्यर्थियों ने इस अनियमितता पर गहरा रोष व्यक्त किया और कहा कि बिना किसी नोटिस के इंटरव्यू रद्द करना उनके साथ अन्याय है। उन्होंने बोर्ड पर प्रशासनिक लापरवाही का आरोप लगाया और मांग की कि इस प्रकार की अनियमितता को तुरंत ठीक किया जाए। बोर्ड की ओर से जारी एक नए नोटिस में कहा गया है कि 11 जून को निर्धारित इंटरव्यू में बड़ी संख्या में आवेदन प्राप्त होने के कारण इसे स्थगित कर 22 जून को पुनर्निर्धारित किया गया है। बोर्ड ने स्पष्ट किया कि प्राप्त आवेदनों की शॉर्टलिस्टिंग के बाद, शॉर्टलिस्ट अभ्यर्थियों को 19 जून 2024 तक सूचना दे दी जाएगी। अभ्यर्थियों का कहना है कि उन्हें इस बदलाव की जानकारी समय पर नहीं दी गई, जिससे उन्हें यात्रा और समय की बर्बादी का सामना करना पड़ा। प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों ने मांग की कि बोर्ड भविष्य में इस प्रकार की स्थितियों से बचने के लिए अधिक पारदर्शिता और समय पर सूचना प्रदान करे। बिहार बोर्ड के एक अधिकारी ने बताया कि आवेदन की अधिक संख्या के कारण इंटरव्यू की तिथि को स्थगित करना आवश्यक हो गया था। उन्होंने अभ्यर्थियों से धैर्य रखने और बोर्ड के निर्देशों का पालन करने की अपील की। अधिकारी ने यह भी आश्वासन दिया कि सभी शॉर्टलिस्ट अभ्यर्थियों को नई तिथि और समय की जानकारी समय पर दी जाएगी। अभ्यर्थियों ने कहा कि उन्हें उम्मीद थी कि इंटरव्यू के माध्यम से उनकी नौकरी की प्रक्रिया में तेजी आएगी, लेकिन इस प्रकार के प्रशासनिक निर्णय से उनका विश्वास कमजोर हो गया है। उन्होंने बोर्ड से आग्रह किया कि भविष्य में इस प्रकार की परिस्थितियों से बचने के लिए उचित प्रबंधन और संचार सुनिश्चित किया जाए। इस घटना ने न केवल अभ्यर्थियों को प्रभावित किया है, बल्कि बोर्ड की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए हैं। प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों ने कहा कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो वे अपने आंदोलन को और तेज करेंगे और उच्च अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाएंगे। बोर्ड ने कहा है कि वह जल्द ही इस मुद्दे को सुलझाने के लिए कदम उठाएगा और यह सुनिश्चित करेगा कि सभी अभ्यर्थियों को उचित सूचना और सुविधा प्रदान की जाए। इस प्रकार की घटनाएं न हो इसके लिए बोर्ड ने अपनी प्रक्रिया में सुधार करने का वादा किया है।
