बिजली की आंख मिचौली से पालीगंज और दुल्हिन बाजार के लोग परेशान, सामाजिक कार्यकर्ताओं ने किया बिजली कार्यालय का घेराव
पालीगंज/दुल्हिन बाजार। एक ओर इलाके में पड़ रही भीषण गर्मी व लू भरी तेज हवा के कारण लोगों का हाल बेहाल है। वहीं दूसरी ओर बिजली आपूर्ति के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है। सोमवार को सामाजिक कार्यकर्ताओं ने बिजली आपूर्ति की मांग को लेकर बिजली कार्यालय का घेराव किया।
पटना के पालीगंज व दुल्हिन बाजार इलाके में पड़ रही भीषण गर्मी व तेज लू भरी गर्म हवा के लिए लोग अभी से ही पूरे दिन घरों में दुबके रह रहे हैं। व्याकुल होकर कभी घर से बाहर निकलते भी है तो पेड़ की छाया के नीचे कुछ समय बिताते हैं। लेकिन गर्म हवा के कारण ज्यादा देर टीक नहीं पाते है। वहीं गर्मी से व्याकुल लोगों का कहना है कि घर में पंखे तो है पर बिजली विभाग की ओर से प्रतिदिन 24 घंटे में मात्र 8 से 10 घंटे बिजली आपूर्ति की जा रही है। उसमें भी हमेशा बिजली की आंख मिचौली के कारण नींद तक नहीं आती है। बिजली के आने-जाने की कोई समय निर्धारित नहीं होने से परेशानी बढ़ी हुई है। जिसको देख सोमवार को सामाजिक कार्यकर्ताओं ने स्थानीय बाजार स्थित बिजली कार्यालय का घेराव किया। जहां बिजली एसडीओ की गैरमौजूदगी में कर्मचारियों ने बताया कि तेज हवा के कारण बिजली आपूर्ति सही ढंग से नहीं हो पा रही है। वहीं कार्यकर्ताओं का कहना है कि तीन माह तक पूरे गर्मी के मौसम में तेज हवाएं चलती है तो क्या हमलोगों के साथ यही होगा? वही कार्यकर्ताओं ने बताया कि यदि वादे के अनुसार 24 घंटे बिजली आपूर्ति नहीं की गई तो आंदोलन किया जाएगा।
इधर, दुल्हिन बाजार निवासी मिठू कुमार का कहना है कि बिजली का निजीकरण होने के बाद उम्मीद जगी थी कि पर्याप्त समय तक बिजली आपूर्ति होगी पर कोई लाभ नहीं हुई। केवल बिजली बिल में बढ़ोतरी कर और बोझ डाल दी गयी है। वहीं वृद्ध शिवशंकर वर्मा का कहना है कि उस लालटेन युग में हमलोगों को अंधेरे का सामना नहीं करना पड़ता था, आवश्यकता अनुसार लालटेन जला लेते थे। हमलोगों को पेड़ के नीचे छाया में बैठकर गर्मी झेल लेने की आदत थी, लेकिन मौजूदा समय में गर्मी से राहत के लिए पंखे व अंधेरा दूर करने के लिए बल्ब की आदत पड़ गयी। अब तो किरोसिन तेल भी पर्याप्त मात्रा में नही मिल रही है। जिंदगी कष्टमय लगने लगी है।
इस संबंध में बिजली विभाग के दुल्हिन बाजार के कनीय अभियंता बालेश्वर प्रसाद ने बताया कि इलाके में चल रही तेज हवा के कारण पावर हाउस तक ही बिजली नहीं पहुंच रही है। जिसके कारण इलाके में पर्याप्त समय से बिजली आपूर्ति नहीं हो पा रही है।