मेरठ में साबुन फैक्ट्री में ब्लास्ट से भोजपुर के 5 लोगों की मौत, गांव में परसा मातम
भोजपुर। मेरठ में साबुन फैक्ट्री में ब्लास्ट में भोजपुर के एक ही गांव के 5 लोगों की मौत हो गई। गांव में कोहराम मचा हुआ है। परिवार के लोगों का रो-रो कर बुरा हाल है। इस हादसे में किसी ने अपने पिता को खोया तो किसी ने इकलौता बेटे को। भोजपुर जिल के कोयल गांव के पांच लोग इस कंपनी में काम करते थे। इनकी पहचान प्रयाग साह, सुनील ठाकुर, अयोध्या राम, रूपन साह और चंदन कुमार के रूप में हुई है। वहीं, चंदन रूपन का नाती है। घरों से रोने-बिलखने की आवाजें आ रही थीं। गांव के ही रूपन के दामाद की मेरठ में यह फैक्ट्री थी। वहीं सभी लोगों को ले गए थे। सभी को आराम का काम और अच्छी सैलरी का आॅफर दिया गया था। विस्फोट में रूपन और उसके नाती चंदन की भी मौत हुई है। सभी दिवाली और छठ पर गांव आने वाले थे, लेकिन उसके पहले मौत की खबर आई। चरपोखरी थाना क्षेत्र के कोयल गांव निवासी वीरेंद्र साह के बेटे प्रयाग साह (25) की जान इस हादसे में चली गई। प्रयाग की मां सुमित्रा देवी कहती हैं कि मेरा बेटा रूपन साह के साथ मेरठ गया था। वो प्रयाग का चाचा लगते हैं। प्रयाग के पैसा से घर चलता था। वो पैसा भेजता था, तो हम लोग खाना खाते थे। वो मेरा इकलौता बेटा था। रूपन ने कहा था, आराम वाला काम है। 12 हजार महीना मिलेगा। इसके बाद प्रयाग ने कहा कि घर बैठकर क्या करेंगे आराम वाला काम है, कर लेते हैं। लेकिन वहां जाने के बाद पता नहीं कौन से लीला हो गई। वो रोते हुए कहती हैं कि मेरा इकलौता बेटा चला गया। अब हम जीकर क्या करेंगे। प्रयाग की शादी पूजा देवी से 2021 के मई माह में हुई थी। प्रयाग को एक साल का एक बेटा (लवकुश) है। वहीं, पति की मौत के बाद पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल हुआ है।
पापा ने कहा था- 4 नवंबर को वापस घर आएंगे
इसी गांव के योगेंद्र ठाकुर के बेटे सुनील ठाकुर (40) की मौत हुई है। सुनील की 18 वर्षीय बेटी रंभा कुमारी ने बताया कि मेरे पिता मेरठ में कमाने गए थे। प्रतिदिन उनसे बात होती थी। बोलते थे, आएंगे बेटा। कहते थे आएंगे तो तुम्हारी शादी कराएंगे। रंभा कुमारी की शादी ठीक हो गई है, लेकिन शादी की तारीख तय नहीं की गई थी। उसने बताया कि अगले महीने में 4 नवंबर को घर पर आने वाले थे, लेकिन उनकी मौत की सूचना मिली। सुनील ठाकुर को दो बेटी रंभा (18) दुर्गा कुमारी (12) और दो बेटे पवन कुमार (10) ऋषिकेश (8) है। घर में मां राजवासो देवी, विनोद, भोला, अनिल तीन भाई और उर्मिला देवी एक बहन है। वहीं, सुनील ठाकुर की पत्नी गीता कुमारी घटना की सूचना मिलने के बाद मेरठ गई है। कोयल गांव के निवासी ललन राम के के बेटे अयोध्या राम (45) भी इस हादसे के शिकार हो गए। अयोध्या राम की पत्नी रामझारो देवी ने बताया कि चार महीने पहले रूपन अपने साथ मेरठ ले गए थे। उनके दामाद की ही फैक्ट्री थी। हम लोग को पता चला कि एक धमाका हुआ है, उसी में ये लोग दब गए हैं। ये दीपावली में आने वाले थे। वहीं, अयोध्या राम को दो बेटी आरती देवी, पूनम और दो बेटा कृष्णा और कन्हैया हैं। वहीं, हादसे में मरने वाले चौथे व्यक्ति सागर साह के बेटे रूपन साह (50) के रूप में हुई है। गांव के लोगों के मुताबिक रूपन साह ही सभी लोगों को लेकर मेरठ गया था। अपने रिश्तेदार की ही फैक्ट्री में सब एक साथ काम करते थे। पांचवां व्यक्ति पिंटू साह का 17 वर्षीय पुत्र चंदन कुमार था। चंदन रूपन का नाती था। फिलहाल चंदन मेरठ ही रहता था, लेकिन एक घर इसका गांव में भी है।
17 अक्टूबर को साबुन फैक्ट्री में हुआ था जोरदार धमाका
मेरठ के लोहिया नगर इलाके में साबुन बनाने वाली एक इमारत में बुधवार को जोरदार विस्फोट हुआ था। विस्फोट इतना खतरनाक था कि आस पास की इमारतें भी इसकी चपेट में आ गई थीं। इस घटना में चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी। वहीं, पांचवें व्यक्ति ने शाम में दम तोड़ दिया था। रेस्क्यू के दौरान भी विस्फोट हुआ। मौके से बारूद और पटाखा मिला है।