प्रदूषण कम करने की दिशा में बिहार सरकार का एक और कदम : पटना के 75% डीजल आटो CNG एवं ई रिक्शा में हुए कन्वर्ट
- अब तक 430 लाभुकों को 1 करोड़ 14 लाख 20 हजार रुपए का अनुदान का किया गया है भुगतान
पटना। राजधानी पटना में प्रदूषण कम करने की दिशा में परिवहन विभाग ने एक और कदम उठाया है। पटना में चल रहे डीजल चालित आटो को सीएनजी में कन्वर्ट कराने वाले लाभुकों के बीच मंगलवार को परिवहन मंत्री शीला कुमारी और परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल के हाथों अनुदान का वितरण किया गया। मंत्री शीला कुमारी ने कहा कि शहरी क्षेत्रों में वाहन जनित प्रदूषण को नियंत्रित किये जाने तथा पूर्णतया स्वच्छ ईंधन (सीएनजी) आधारित व्यवसायिक वाहन (आटो) के परिचालन को बढ़ावा दिये जाने हेतु प्रोत्साहन योजना का सूत्रण किया गया है। इस मौके पर परिवहन आयुक्त सीमा त्रिपाठी, अपर सचिव सन्नी सिन्हा, संयुक्त सचिव पंकज कुमार, उपसचिव शैलेंद्रनाथ, विशेष कार्य पदाधिकारी आजीव वत्सराज आदि उपस्थित थे।
अब तक 430 लाभुकों को अनुदान का भुगतान
परिवहन सचिव श्री अग्रवाल ने बताया कि राजधानी के करीब 75 प्रतिशत डीजल आटो को सीएनजी में कन्वर्ट कराया जा चुका है। सीएनजी किट रिट्रोफिटमेंट और डीजल या पेट्रोल चालित तिपहिया वाहन को नये सीएनजी चालित तिपहिया वाहन के प्रतिस्थापन पर अब तक कुल 430 लाभुकों को 1 करोड़ 14 लाख 20 हजार रुपए अनुदान का भुगतान किया गया है। इसमें मंगलवार को 50 लाभुकों के बीच अनुदान का वितरण किया गया।
सीएनजी आटो के परिचालन से प्रदूषण में कमी
परिवहन सचिव ने बताया कि प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के एडवाइजरी के अनुसार डीजल चालित तिपहिया वाहनों तथा पुराने पेट्रोल चालित तिपहिया वाहनों के परिचालन से पटना शहर की परिवेशीय गुणवत्ता पर प्रतिकूल असर पड़ रहा था। सीएनजी आटो के परिचालन से प्रदूषण में कमी आएगी और यात्रियों को जर्जर आटो में सफर से भी मुक्ति मिलेगी।
सीएनजी व इलेक्ट्रिक आटो बस को दिया जा रहा बढ़ावा
डीजल चालित आटो को प्रतिबंधित करते हुए इसके जगह सीएनजी चालित वाहनों को बढ़ावा दिया जा रहा है। डीजल-पेट्रोल चालित आॅटो को सीएनजी में कन्वर्ट कराने वाले वाहन चालकों को राज्य सरकार की ओर से सब्सिडी भी दी जा रही है। इन जगहों पर इलेक्ट्रिक व सीएनजी चालित बस आटो तथा बैट्री चालित तिपहिया वाहन के परिचालन को प्रोत्साहित किया जा रहा है।
राज्य सरकार दे रही है सब्सिडी
परिवहन सचिव ने बताया कि वर्तमान में पेट्रोल चालित आटो को सीएनजी में कन्वर्ट करने का मार्केट में किट उपलब्ध है परंतु डीजल चालित आटो को बदलकर बैटरी चालित आटो या सीएनजी चालित आटो को क्रय करने का विकल्प है ताकि प्रदूषण में कमी आ सके। इसके लिए राज्य सरकार आटो चालकों को सब्सिडी उपलब्ध करा रही है।
कौन ले सकते हैं योजना का लाभ
इस योजना के अंतर्गत डीजल चालित एवं पेट्रोल चालित तिपहिया वाहनों, मैक्सी कैब एवं मोटर कैब के ऐसे वाहन स्वामी, जिन्हें वर्तमान में पटना नगर निगम, दानापुर नगर परिषद, खगौल नगर परिषद एवं फुलवारीशरीफ नगर परिषद क्षेत्र के अंतर्गत परिचालन के लिए सक्षम प्राधिकार से परमिट प्राप्त हो तथा वह वैधता अवधि के अन्तर्गत हो।
वाहन के अनुसार अनुदान की राशि
* 7 व्यक्तियों के बैठान क्षमता (चालक सहित) वाले डीजल/पेट्रोल चालित तिपहिया वाहन को सीएनजी चालित तिपहिया वाहन से प्रतिस्थापित करने पर 40 हजार एकमुश्त अनुदान दिया जा रहा है।
* 7 व्यक्तियों के बैठान क्षमता वाले पेट्रोल चालित तिपहिया वाहन को सीएनजी किट के रिट्रोफिटमेंट कराने पर 20 हजार एकमुश्त अनुदान दिया जा रहा है।
* 7 व्यक्तियों के बैठान क्षमता वाले डीजल/पेट्रोल चालित तिपहिया वाहन को नये बैट्री चालित वाहन से प्रतिस्थापित करने पर 25 हजार एकमुश्त अनुदान दिया जा रहा है।
* व्यवसायिक मोटर कैब/मैक्सी कैब में सीएनजी किट के रिट्रोफिटमेंट कराने पर 20 हजार रुपए एकमुश्त अनुदान दिया जाएगा।