पटना समेत पूरे बिहार में जारी है आर्टिकल 15 का विरोध ब्राह्मण समुदाय समेत करणी सेना भी उतरी मैदान में।
पटना।बिहार समेत देश भर मे नई रिलीज हुई बॉलीवुड मूवी ‘आर्टीकल 15’ का विरोध लगातार जारी है राज्य के अलग अलग जिलों के सिनेमा घरों में ब्राह्मण समाज फ़िल्म नहीं चलाने को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहें है इसकी जानकारी देते हुए अखिल भारतीय बहुभासीय ब्राह्मण महासंघ के युवा परिषद के प्रदेश अध्यक्ष रजनीश तिवारी ने बताया की संगठन पूरे बिहार और देश के अन्य राज्य में भी संगठन इस फ़िल्म का विरोध सिनेमा घरों के सामने कर रही है खासकर बिहार में सवर्ण समाज के सिनेमाघरों यह फ़िल्म हॉल मालिक ने संगठन के आग्रह पर फ़िल्म को नही लिया है बिहटा उदय चित्र मंदिर ,बिक्रम ममता सिनेमा हॉल सहित गोपालगंज जिला मुज्जफरपुर एवं अन्य जिले में बहुत सारे सिनेमा घरों ने इस फ़िल्म को जातीय विद्वेष फैलाने ब्राह्मण समाज को हत्यारा, बालात्कारी ,शोषणकर्ता और अपराधी तत्व को दिखाने को लेकर इसका विरोध कर रहीं है ।
रजनीश तिवारी ने कहा कि इस फ़िल्म में उच्च नीच जातिवाद को बढ़ावा दिया गया फ़िल्म में ब्राह्मण समाज को अलग तरह से दिखाया गया और फ़िल्म में काफी छेड़-छेड़ कर तोड़ मरोड़ को दिखाया गया है इसका विरोध आज और कल पटना में भी संगठन अन्य संगठनों के साथ फिल्म का विरोध किया गया है मोना सिनेमा और सिनेपोलिस सहित अन्य सिनेमा घरों में।
तिवारी ने करनी सेना और भूमिहार ब्राह्मण एकता मंच सहीत सभी ब्राह्मण संगठनों और भूमिहार ब्राह्मण संगठन को फ़िल्म का विरोध करने को ले सड़क प्रदर्शन करने हेतु आभार जताया है और सिनेमाघरों के मालिकों से इस फ़िल्म न चलाने का अनुरोध किया फ़िल्म सिनेमाघर अगर चलाना बंद नहीं करेगी तो संगठन भारी विरोध करेगा।
आपको बता दे की यह फिल्म कथित तौर पर बदायूं रेप और मर्डर केस पर आधारित है फ़िल्म पिछले दिनों 28 जून को रिलीज हुई है और बिहार प्रदेश सहित देश के सभी राज्या के ब्राह्मण समुदाय इस फ़िल्म को ले काफी आक्रोश हैं इस फिल्म की शूटिंग लखनऊ और उसके आसपास के इलाकों में हुई है फिल्म में दिखाया गया है कि 2 छोटी लड़कियों का रेप कर मर्डर कर दिया जाता है फिल्म में लड़कियों का परिवार गरीब दिखाया गया है जिनसे जबरन खेतों में मजदूरी कराई जाती है इस फिल्म के जरिए जाति आधारित भेदभाव का मुद्दा उठाया गया है।
फिल्म के ट्रेलर में यह भी बताया गया है कि क्राइम ‘महंत जी के लड़के’ ने किया है। इसी वजह से ब्राह्मण समुदाय फिल्म से नाराज है। बता दें कि बदायूं मर्डर केस साल 2014 में हुआ था जिसमें आरोपियों के नाम पप्पू यादव, अवधेश यादव, उर्वेश यादव, छत्रपाल यादव और सर्वेश यादव हैं। इनमें छत्रपाल और सर्वेश पुलिसकर्मी थे।