डॉक्टर के बेटे के अपहरण के बाद हत्या को ले आईजी ने किया थानेदार को सस्पेंड
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कुख्यात श्रवण यादव के बेटे नीरज समेत दो गिरफ्तार
फुलवारी शरीफ। पटना के रूपसपुर के निवासी होम्योपैथ डॉ. शशि भूषण की अपहरण के बाद हत्या से पुलिस महकमा ही नहीं बल्कि सियासी गलियारे में भी हलचल मच गई है। सरकार पर प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव के ट्विटर हमले ने सरकार को बैकफुट पर ला दिया था। तेजस्वी ने सरकार और सत्तारूढ़ दल के नेताओं पर डॉक्टर के बेटे के अपहरण के बाद हत्या की घटना को जंगलराज से जोड़कर करारा प्रहार किया। ऐसे में कड़ा एक्शन लेते हुए जोनल आइजी पटना नय्यर हसनैन खान ने रूपसपुर थानेदार दीपक कुमार को तत्काल सस्पेंड कर दिया। आईजी ने एसएसपी के मॉनिटरिंग में इस पूरे मामले के आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी से लेकर स्पीडी ट्रायल कराने के इंतजाम का भी निर्देश दिया है।
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मालूम हो कि रूपसपुर थाना के होम्योपैथ डॉक्टर शशिभूषण के 15 साल के अपहृत बेटे की हत्या कर अपहरणकर्ताओं ने आरपीएस इंजीनियरिंग कॉलेज के पीछे बधार में फेंक दिया। डॉक्टर पुत्र की लाश बरामद होने की खबर से परिजनों में चीत्कार मच गया। वहीं पुलिस मुख्यालय में भी हड़कंप मचा है। एसएसपी मनु महाराज की मॉनिटरिंग में पुलिस अपहरण की खबर के बाद से लगातार कई इलाके में छापेमारी में जुटी थी। कोथवां में भी छापेमारी के बाद कई बदमाशों को पुलिस गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही थी। इसी पूछताछ के बाद ही रूपसपुर थाना क्षेत्र के इंजीनियरिंग कॉलेज के पीछे से डॉक्टर के पुत्र की बॉडी बरामद कर ली गयी। डेड बॉडी देखने से लगता है कि अपहरण के बाद ही उसकी चाकूओं से गोद-गोद कर हत्या कर दी। अपहरणकर्ताओं ने डॉक्टर परिवार से फिरौती में 50 लाख की रकम की डिमांड कर रहे थे। पुलिस का दावा है कि इस वारदात में शामिल दो अपराधियो को गिरफ्तार कर लिया गया है और एक अपराधी जो फरार चल रहा है उसे भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। वहीं इस हत्या में प्रेम प्रसंग की चर्चा की भी जांच हो रही है। बता दें कि डॉक्टर पुत्र शिवम का अपहरण तीन दिन पूर्व उस समय कर लिया गया था जब वह बीबीगंज दानापुर में कोचिंग के लिए गया था। उसी कोचिंग में कोथवां के भी लड़के पढ़ते हैं। पुलिस को डॉक्टर पुत्र के अपहरण और फिरौती की मांग बता दी गयी थी, बावजूद उसकी हत्या कर दी गयी और पुलिस हाथ मलती रह गई।