निशांत कुमार,बिहटा,।शुक्रवार को बिहटा ड्राइपोर्ट में ट्रांसपोर्टिंग विवाद को लेकर एफएससी के अधीक्षक और कर्मियों पर जानलेवा हमला किया गया।जिसके बाद दोनो गुट भिड़ गये।जिसमें हुई मारपीट में दोनों पक्ष से आधा दर्जन अधिक लोग जख्मी है।इस संबंध में दोनों पक्षों द्वारा बिहटा पुलिस में लिखित शिकायत दिया गया है।पुलिस चार जख्मी को ईलाज के लिये भेजकर मामले की तहकीकात शुरू की है।इस संबंध में एसएफसी बिहटा के अधीक्षक राहुल राज सिंह ने बिहटा पुलिस में लिखित शिकायत देते हुए ड्राइपोर्ट के आधा दर्जन लोगों पर हरवे-हथियार के साथ जानलेवा हमला कर मारपीट करने का आरोप लगाया है।उनका कहना है कि बिहटा चीनी मिल के कैम्पस में स्थापित प्रिस्टिन मगध इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइबेट लि० और ड्राइपोर्ट में अबोहर पंजाब से भारतीय खाद्य निगम का 42 बैगन में 51949 बैग गेंहू आया हुआ था।जिसका उठाव के लिये वे लोग गये थे।इसी बीच ड्राइपोर्ट के गार्ड दो बैग गेंहू ले जाने लगा जब उन्होंने गेंहू ले जाने से मना किया तो गार्ड के साथ ड्राइपोर्ट के लोगों ने मुझपर और मेरे कर्मियो पर मारपीट करते हुए जानलेवा हमला कर दिया।जिसमें मेरे साथ -साथ कोबरा सिक्युरिटी गार्ड धनंजय कुमार,ट्रांसपोर्टर के प्रतिनिधि वृज मोहन कुमार और चंदन तिवारी जख्मी हो गए।उनका कहना है कि पहले ड्राइपोर्ट के ट्रांसपोर्टर माल की ढुलाई करते थे।वे लोग माल को कई दिनों तक डंप कर रखते थे।जिसमें विभाग को नुकसान होता था।अब विभाग जब खुद अपने ट्रांसपोर्टर से माल ढुलाई शुरू करवाया है तो ये लोग विरोध कर रहे है।वहीं ड्राइपोर्ट के मैनेजर राहुल कुमार ने भी इनलोगों के खिलाफ पुलिस में शिकायत की है।उनका कहना है कि विभाग के साथ उनका माल लाने-ले जाने का कम्पनी का एग्रीमेंट है।ये लोग ट्रक पर ओवरलोड गेहूं ले जा रहे थे।जब गार्ड ने रोका तो ये लोग ट्रांसपोर्टर के साथ उनके लोगों पर हमला कर दिया।जिसमें उनका कैशियर कृत्यानंद ठाकुर सहित कई लोगों को चोट आयी है।उन्होंने कहा कि गार्ड द्वारा गेहूं ले जाने का मामला बनावटी है।इस संबंध में बिहटा पुलिस का कहना है कि मामला मूलतः ट्रांसपोर्टिंग विवाद को लेकर है।पहले ड्राइपोर्ट के लोग अपने ट्रांसपोर्टर से माल ढुलाई कराते थे और अब कम्पनी के खुद ट्रांसपोर्ट से हो रहा इसी को लेकर विवाद है ।