लाइब्रेरियन की बहाली के लिए बीएलआईएस और एमएलआईएस अभ्यर्थियों का पटना में प्रदर्शन, जमकर की नारेबाजी
पटना। राजधानी पटना में लाइब्रेरियन भर्ती की मांग को लेकर अभ्यर्थियों ने विरोध-प्रदर्शन किया। पीयू(पटना यूनिवर्सिटी) के सेंट्रल लाइब्रेरी से प्रदर्शनकारी मार्च करते हुए कारगिल चौक तक पहुंचे। जहां पुलिस ने सभी को आगे जाने से रोक दिया। बिहार में 14 वर्षों से लाइब्रेरियन की बहाली नहीं आई है। जिससे अभ्यर्थी काफी परेशान हैं। राज्य में लगभग 5 लाख अभ्यर्थी लाइब्रेरियन का कोर्स कर चुके हैं। करीब 10,000 पदों पर रिक्तियां हैं। पटना लाइब्रेरियन संघ के जिलाध्यक्ष हर्षित राज ने कहा कि लंबे समय से भर्ती नहीं निकली है। करीब 5 लाख लाइब्रेरी के स्टूडेंट्स हैं और 10 हजार से अधिक रिक्तियां हैं। हमलोगों की मांग है कि जल्द से जल्द बहाली निकाली जाए। हमारे 5 सदस्य ज्ञापन सौंपने के लिए सचिवालय गए हैं। राजकुमार राजा ने बताया कि दिल्ली में असिस्टेंट लाइब्रेरियन के पद पर जॉब कर रहा हूं। हमारे यहां बिहार में लाइब्रेरियन, असिस्टेंट लाइब्रेरियन, डिप्टी लाइब्रेरियन की सारी सीटें यूनिवर्सिटी में खाली है। 2015 से डिग्री लेकर दूसरे राज्य में बिहार के 15 से 20 हजार लोग जॉब कर रहे हैं। सरकार को सोचना चाहिए कि हमलोगों ने किस लिए बीएलआईएस और एमएलआईएस की पढ़ाई की है। अभ्यर्थी सबिता कुमारी, राहुल यादव, सागर सिंह, रवि का कहना है कि आज मजबूरन बहाली के लिए मार्च करना पड़ रहा है। 14 वर्ष बीतने जा रहा है, कोई भर्ती नहीं निकली है। बहुत सारे साथियों की अब उम्र भी निकल रही है। प्रदर्शन कर रहे हैं अभ्यर्थियों ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि हाई स्कूल, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालय में लाइब्रेरियन के खाली 10 हजार रिक्तियों के लिए अविलंब नोटिफिकेशन जारी किया जाए। एसटीईटी के साथ लाइब्रेरियन पात्रता परीक्षा आयोजित की जाए। बिहार के सभी हाई स्कूल में जहां लाइब्रेरियन का पद नहीं है, वहां पद सृजित किया जाए। नियुक्ति नियमावली का प्रकाशन अतिशीघ्र किया जाए। विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में खाली पदों को भरा जाए। पॉलिटेक्निक, इंजीनियरिंग, आईटीआई, मेडिकल कॉलेज में लाइब्रेरियन के खाली पदों को जल्द भरा जाए। विश्वविद्यालयों में लाइब्रेरियन साइंस के लिए पीएचडी की पढ़ाई शुरू कराई जाए। संविदा पर कार्यरत कर्मियों की स्थाई नियुक्ति की जाए।