सरकार के उपेक्षा से त्रस्त मनेर के किसान आमरण अनशन करेंगे

पटना। सोमवार को मनेर पड़ावपर के पास भारतीय किसान मंच के बैनर तले किसानों ने अपनी मांगों के प्रति सरकार का ध्यान आकृष्ट करने के लिए धरना और आमरण अनशन शुरू किया। मुख्यअतिथि के रूप में आये किसान मंच के प्रधान सचिव पूर्व कैप्टन श्यामबिहारी सिंह ने  कहा कि सरकार मनेर प्रखंड के किसानों के साथ से दो रंगी नीति अपना रही है। मनेर में बाढ़ फसल क्षति के मुआवजा नहीं आया। जबकि 2016 में मनेर के दियारा में बाढ़ आई थी। प्रखंड में धान के खेत पूरी तरह सूख गए हैं सरकार का ध्यान आकृष्ट कराने के लिए कई बार किसानों नें धरना प्रदर्शन किया। मगर अब तक प्रखंड को सूखाग्रस्त घोषित नही किया गया। साथ ही उन्होंने कहाकि मनेर विकास से पूरी तरह अवरूद्धहो गया है ,रिंग रोड को मनेर लाने के बदले शेरपुर से मोड़ देने की साजिश हो रही है। रिंग रोड को मनेर शहर होते हुए बिहटा तक ले जाया जाए। साथ ही दीघा से मनेर होते हुए बिहटा रेलवे लाइन को जोड़े। स्थानीय जनप्रतिनिधि ‘अपने विकास’ पर लगे हुए हैं उन्हें क्षेत्र के विकास से कुछ लेना देना नहीं है। आज मनेर के हल्दी छपरा,नयका टोला ,दूधैला ,हाथी टोला छिहतर, महावीर टोला गांव गंगा नदी के कटाव से हर साल जूझ रहे हैं। मगर सरकार का कटाव निरोधक कार्य सिर्फ लूट का माध्यम बना,कटाव रोकने के लिए जहां बोल्डर पिचिंग होना चाहिए था वहां बालू भरे बोरे रखे गयें।जिस कारण से कटाव नहीं रुक नहीं पाया। वही किसान नेता ओम प्रकाश शर्मा ने कहाकि।सरकार ने समाजिक सुरक्षा पेंशन लाभार्थि के बैंक खाते में दिए जाने की घोषणा कर दी। परन्तु हजारों लाभार्थी के बैंक खातों में कई महिनों से पेंशन की राशि नहीं जा रही है। इसके अलावे आमरण अनशन पर बैठे पारसी राय  ने सोन नदी पर पुल बना कर बबुरा से मनेर को जोडें जानें सहित किसानों का कर्ज माफ करने ,नगर पंचायत के किसानों को खेती संबंधी सरकारी सुविधा दिये जाने के साथ ही प्रखंड कार्यालय में धरना एवं सभा के लिए निर्माण की मांग की। कार्यक्रम की अध्यक्षता बृजभूषण सिंह किया। वहीं कांग्रेस नेताओं नें भी किसानों की समस्‍याओं को लेकर प्रखंड कार्यालय परिसर में अरूण आर्य की अध्‍यक्ष्‍ता में धरना दिया।

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