प्रमंडलीय आयुक्त का आदेश : स्कूली बच्चों के अभिभावकों को लेना होगा टीका, मास्क चेकिंग का सघन अभियान चलाने का निर्देश

पटना। पटना जिला में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले और कोविड टीकाकरण को लेकर पटना के प्रमंडलीय आयुक्त संजय कुमार अग्रवाल ने प्रमंडल के सभी जिला के जिलाधिकारी सहित अन्य अधिकारियों के साथ बिंदुवार समीक्षा की। स्कूली बच्चों के अभिभावकों के लिए जरूरी गाईडलाईन जारी करने के साथ ही मास्क चेकिंग का सघन अभियान चलाने तथा कार्रवाई करने का सख्त निर्देश भी दिया।
भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में कार्रवाई करने का सख्त निर्देश
प्रमंडलीय आयुक्त ने सभी डीएम एवं एसपी को कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन कराने हेतु सार्वजनिक स्थलों, दुकानों, शॉपिंग मॉल, सब्जी मंडी, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, पब्लिक ट्रांसपोर्ट एवं भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में मास्क चेकिंग का सघन अभियान चलाने तथा कार्रवाई करने का सख्त निर्देश दिया है। पटना जिला में तीसरे चरण के तहत मास्क चेकिंग हेतु 8 धावा दल द्वारा जांच कार्य जारी है। वर्तमान में 1 अप्रैल से शुरू हुए अभियान के तहत जिला में 1565 लोगों से 78250 रूपये जुर्माना वसूली की गई है। इसी तरह से अन्य जिलों में भी मास्क चेकिंग हेतु सघन अभियान जारी है। उन्होंंने कहा कि कोविड प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने वाले शोरूम को 3 दिन तक बंद रखने की कार्रवाई भी की जा सकती है। शहर मे रोको टोको अभियान को भी तेजी से चालू करने का निर्देश दिया गया। इसके साथ ही नियमों को उल्लंघन करने पर बसों एवं आॅटो को जब्त किया जाने का निर्देश दिया गया है।
शिक्षकों, परिवार के सदस्यों, पदाधिकारियों, कर्मियों के लिए गाईडलाइन
पटना कमिश्नर ने आदेश दिया है कि अब सरकारी एवं निजी विद्यालयों के शिक्षकों, परिवार के सदस्यों, पदाधिकारियों, कर्मियों को हर हाल में टीका लगवाना होगा। साथ ही स्कूली बच्चों के 45 वर्ष या उससे अधिक उम्र के अभिभावकों का टीकाकरण सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया गया है। इसके लिए सभी जिलाधिकारियों को पंचायत स्तर पर वर्क प्लान बनाकर टारगेट निर्धारित करने तथा अनुमंडल पदाधिकारी के माध्यम से प्रतिदिन समीक्षा कर प्रगति का जिम्मा दिया गया है।
टेस्टिंग एवं टीकाकरण के कार्य में तेजी लाएं
आयुक्त ने अधिकारियों को टेस्टिंग एवं टीकाकरण के कार्य में अधिक तेजी लाने तथा कोविड प्रोटोकॉल का पालन कराने हेतु मास्क चेकिंग एवं जागरूकता का सघन अभियान चलाने का निर्देश दिया है। टीकाकरण कार्य के सफल एवं सुचारु संचालन हेतु आयुक्त ने पंचायत वार नोडल कर्मी को नामित करने का निर्देश डीएम को दिया है, जिसमें विकास मित्र, पंचायत सचिव, राजस्व कर्मी अथवा इंदिरा आवास सहायक हो सकते हैं। इसके अतिरिक्त आशा एवं एएनएम को भी जिम्मेदारी देने का निर्देश दिया गया है।
टीकाकरण केंद्र के लिए एक सुपरवाइजर/प्रभारी बनाने का निर्देश
नोडल कर्मी का मुख्य दायित्व होगा कि पंचायत स्तर पर लोगों को टीकाकरण के बारे में जागरुक एवं प्रेरित करना तथा उन्हें टीकाकरण केंद्र तक लाना। इस कार्य में जीविका एवं आंगनबाड़ी कर्मियों को भी शामिल करने को कहा गया है साथ ही प्रत्येक टीकाकरण केंद्र के लिए एक सुपरवाइजर/प्रभारी बनाने का निर्देश दिया गया है, जो टीकाकरण केंद्र पर कर्मियों की उपस्थिति तथा टीकाकरण से संबंधित आवश्यक सामग्री की उपलब्धता सुनिश्चित कराएंगे। उन्होंने प्रत्येक टीकाकरण केंद्र पर निबंधन की प्रक्रिया/कोविड मानक के बारे में जानकारी देने हेतु बैनर लगाने को भी कहा है।
प्रत्येक दिन के टारगेट को पूरा करने का निर्देश
उन्होंने जिलाधिकारी को प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के माध्यम से पंचायत वार कार्य योजना तैयार कराने तथा पंचायतों को टीकाकरण केंद्र से टैगिंग कर प्रत्येक दिन के टारगेट को पूरा करने का निर्देश दिया है। सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को संयुक्त रुप से वैक्सीनेशन सेंटर, वैक्सीन हेतु गठित टीम, पंचायत टैगिंग आदि कार्यों से संबंधित स्पष्ट आदेश निर्गत करने को कहा गया है। उन्होंने सभी अनुमंडल पदाधिकारी को अपने-अपने अनुमंडलीय क्षेत्र में उक्त कार्य को सुनिश्चित कराने को भी कहा है। आरटीपीसीआर एवं एंटीजन टेस्ट में प्रतिदिन प्रगति लाने का निर्देश दिया है। इसके लिए सभी अनुमंडल पदाधिकारी से नियमित समीक्षा करने तथा मॉनिटरिंग कर प्रगति लाने का निर्देश दिया है।

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