बाल विवाह निषेध कानून की उड़ी धज्जियां,मसौढी में नाबालिग जोड़े ने रचाई शादी
पटना।एक ओर सरकार बालविवाह निषेघ अधिनियम को कारगर बनाने के लिए उसका प्रचार प्रसार करने में जुटी है। वहीं दूसरी ओर इस अधिनियम को धता बता मंगलवार को एक नाबालिग प्रेमी युगल छात्र-छात्रा ने अनुमंडल मुख्यालय स्थित श्रीराम जानकी मंदिर में विधि विधान से शादी रचाई। मजे की बात तो यह रही मंदिर के पुजारी घंटों शादी की रस्म पूरी कराते रहें। लेकिन इसकी भनक प्रशासन को नहीं लगी। गौरतलब है कि श्रीराम जानकी मंदिर मुख्य बाजार में स्थित है और वह बिहार धार्मिक न्यास बोर्ड से रजिस्टर्ड है। मिली जानकारी के मुताबिक एक स्थानीय कोचिंग संस्थान में नौंवी कक्षा के एक छात्र (16) वउसी कक्षा की एक छात्रा (13) के बीच पूर्व से प्रेम प्रसंग चल रहा था। मंगलवार को पूर्वाह्नन दोनों प्रेमी युगल शादी की पूरी तैयारी के साथ अपने सहपाठियों के संग श्रीरामजानकी मंदिर पहुंचे और मंदिर के पुजारी से अपनी शादी कराने की बात कही। उसके बाद पुजारी ने वैदिक रीति रिवाज से उनकी शादी कराई। घंटे भर चली शादी की रस्म के दौरान लाल जोडे में दुल्हन के रूप में छात्रा सजी हुई थी। सिंदूरदान की प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी थी। और पुरोहित को दान दक्षिणा दिया जा रहा था। इसी बीच वहां मौजूद लोगों को मीडियाकर्मी के पहुंचने की भनक मिल गई और नवविवाहित दूल्हा अपनी नवविवाहिता दुल्हिन को अपनी बाइक पर बैठा रफू चक्क्र हो गया।
करीब घंटेभर चली शादी की रस्म की भनक प्रशासन को नहीं लगी
मंदिर में करीब घंटेभर शादी की रस्म होती रही। लेकिन इसकी भनक प्रशासन को नहीं लगी। और न ही इस शादी का विरोध मंदिर कमेटी के किसी सदस्य ने ही किया।
क्या कहते हैं जिला पदाधिकारी
इस बाबत जिला पदाधिकारी कुमार रवि ने बताया कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है। वे इसका पता लगा विधिसम्मत कारवाई सुनिश्चित करेगें।
क्या कहते हैं एसडीओ
डीएम से सूचना मिलने के बाद देर शाम आनन फानन में एसडीओ संजय कुमार श्रीराम जानकी मंदिर पहुंचे और मामले की छानबीन में जुट गए।
क्या कहते हैं मंदिर कमेटी के सचिव
श्रीराम जानकी मंदिर कमेटी के सचिव यदुनंदन प्रसाद सिंह ने बताया कि वे आज दोपहर में बाहर से लौटे हैं। उन्होंने बताया कि वे मंदिर के पुजारी के क्रियाकलाप से चिंतित हैं और पूर्व में भी वे पुजारी को हिदायत दे चुके हैं। उन्होंने बुंधवार को मामले की छानबीन करने की बात कही।