सड़क जाम के साथ ही ग्रामीणों ने किया पुलिस पर पथराव
रीतू के शव मिलने की सूचना मिलते ही उसके परिवार व अन्य ग्रामीण वहां भारी संख्या में जुटआये तथा शव को सड़क पर रख सड़क को जाम कर दिया।नतीजन एस एच-106पर वाहनों का आवागमन बिल्कुल ठप्प हो गया।जाम की सूचना मिलते ही अंचलाधिकारी अशोक कुमार सिंह पुलिसबल के साथ वहां पहुचे तथा जाम को हटाने का प्रयास किया।लेकिन ग्रामीण कुछ सुनने को तैयार नही थे।इस बीच पुलिस के आवश्यक हस्तक्षेप से आक्रोशित हो जामकर रहे लोगो ने पुलिस पर पथराव कर दिया।मामले की नजाकत को समझते हुए अंचलाधिकारी ने इसकी सूचना एएसपी को दिया।जिसके बाद एएसपी ने मोर्चा सम्हाला तथा रैपिड एक्सन फोर्स की सहायता से जैम को हटाया
पुलिस पर लगाये गम्भीर आरोप
इस बीच मृतिका के पिता उमेश यादव ने पुलिस पर गम्भीर आरोप मढ़ते हुए कहा कि यदि समय पर प्रथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की गयी होती तो मेरी बेटी का जान बचाया जा सकता था।उसनर बताया कि बेटी के गायब होने की जानकारी मिलने के साथ ही मैंने 21 नबम्बर को ही एफआइआर दर्ज कराने थाना गया था।लेकिन पुलिस ने केस करने के बजाय मुझे डांट-फटकार कर भगा दिया।बाद में काफी मिन्नत के बाद 22 नबम्बर को माला दर्ज किया गया।उसने रट हुए बताया कि समय पर एफआईआर दर्ज करने के सर्च यदि रीतू को ढूढने की कोशिश की गयी होती तो शायद उसकी जान बच जाती।